- भारत में कोरोना की दूसरी लहर बेहद घातक हो गई है
- कई देशों ने भारतीय नागरिकों की यात्रा पर रोक लगाई
- फ्रांस ने कहा-मुश्किल घड़ी में वह भारत के साथ खड़ा है
नई दिल्ली : कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत की मदद के लिए फ्रांस आगे आया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि मुसीबत की इस घड़ी में फ्रांस भारत के साथ खड़ा है। राष्ट्रपति ने कहा, 'हम भारत को अपना सहयोग देने के लिए तैयार हैं।' भारत में पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन कोरोना संक्रमण के तीन लाख से ज्यादा नए मामले आ रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान भारत में संक्रमण के 3.32 लाख से अधिक केस आए। यह एक दिन में संक्रमण की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
फ्रांस के राजदूत ने मैक्रों का संदेश ट्वीट किया
भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनिन ने राष्ट्रपति का संदेश ट्वीट करते हुए कहा, 'कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहे भारत के लोगों को मैं एकजुटता का संदेश देना चाहता हूं। संघर्ष की इस घड़ी में फ्रांस आपके साथ खड़ा है। इस महामारी ने किसी को नहीं छोड़ा है। हम आपकी मदद करने के लिए तैयार हैं।' भारत में कोरोना संक्रमण की कुल संख्या 1.62 करोड़ हो गई है जबकि इस महामारी से 1,89,920 लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना की दूसरी लहर से हलकान है भारत
भारत में कोरोना की दूसरी लहर बड़ी संख्या में लोगों को बीमार बना रही है। तेजी से केस बढ़ने के पीछे कोरोना नए वैरिएंट्स को जिम्मेदार बताया जा रहा है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्य महामारी की बुरी तरह चपेट में हैं। राजधानी दिल्ली लॉकडाउन के दौर से गुजर रही है जबकि महाराष्ट्र में धारा 144 सहित सख्त प्रावधान लागू हैं। यूपी सहित दूसरे राज्यों के जिलों और शहरों में नाइट कर्फ्यू लागू है। अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी हो जाने से कोरोना मरीजों के इलाज में मुश्किल हो रही है। ऑक्सीजन की इस कमी को को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार वायु सेना की मदद ले रही है। वायु सेना के परिवहन विमान राज्यों में ऑक्सीजन के ट्रक एयरलिफ्ट कर रहे हैं।
कई देशों ने भारत पर यात्रा प्रतिबंध लगाया
देश में कोरोना की स्थिति गंभीर होने के बाद हांग कांग और ब्रिटेन जैसे देशों ने भारत के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाया है जबकि अमेरिका ने अपने नागरिकों की भारत यात्रा पर गाइडलाइन जारी की है। फ्रांस ने भी गत बुधवार को कहा कि वह भारत से आने वाले यात्रियों को अपने यहां 10 दिनों तक क्वरंटाइन में रखेगा। यूएई भारत की यात्रा पर 10 दिनों का बैन लगाया है। रूस ने अगले आदेश दक भारतीय नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है।
अमेरिकी सांसदों ने भी चिंता जताई
वहीं, अमेरिका के कई सांसदों ने भारत में कोविड-19 के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी पर चिंता प्रकट की है। सांसदों ने बाइडन प्रशासन से भारत को सभी जरूरी मदद मुहैया कराने का अनुरोध किया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एडवर्ड मार्के ने एक ट्वीट में कहा, ‘हमारे पास जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए सारे संसाधन हैं और यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी है।’उन्होंने कहा कि भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के दुनिया में सबसे ज्यादा मामले आए हैं। मार्के ने कहा, ‘पृथ्वी दिवस, धरती और हर किसी की बेहतरी के लिए है। अमेरिका के पास ज्यादा टीके हैं लेकिन हम भारत जैसे देशों को इसे मुहैया कराने से इनकार कर रहे हैं।’