- जम्मू में जुट रहे हैं जी-23 के नेता
- कांग्रेस के अंदर ही यह ग्रुप कई बार पार्टी की कार्यप्रणाली पर उठा चुका है सवाल
- जी-23 में गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल जैसे नेता शामिल
नई दिल्ली। कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव मई-जून महीने में होना प्रस्तावित है। लेकिन उससे पहले कुछ दिग्गज नेता कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। आप को याद होगा कि पिछले वर्ष एक खत लीक हुआ जिसके बाद यह पता चला कि कांग्रेस के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा मौजूदा व्यवस्था से खुश नहीं हैं। इस संबंध में कांग्रेस के कद्दावर नेताओं से सवाल पूछा गया को जवाब आया कि यही तो कांग्रेस को लोकतंत्र है जिसमें कोई भी अपनी असहमति के सुर अलाप सकता है। जिस ग्रुप ने आवाज उठाई उसे आम तौर पर जी-23 के नाम से जाना जाता है।
जम्मू में जी-23 की बैठक
हाल ही में जिस तरह से केरल के दौरे पर राहुल गांधी ने उत्तर भारत की राजनीतिक संस्कृति के बारे में टिप्पणी की उसके बाद कपिस सिब्बल और आनंद शर्मा के बयान को विरोध के रूप में देखा गया। जम्मू में कांग्रेस के ही पूर्व नेता जनक राम गुप्ता की श्रद्धांजलि सभा में ये नेता जुट रहे हैं। लेकिन उसे जी-23 की ताकत प्रदर्शनी के तौर पर देखा जा रहा है।
उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश एक
जम्मू की बैठक में शामिल होने वाले नेताओं में कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, राज बब्बर, विवेक तन्खा और मनीष तिवारी के शामिल होने की संभावना है। एएनआई के मुताबिक एक नेता ने नाम ने लेने की शर्त पर कहा कि यह राहुल गांधी को एक मैसेज है। हम यह बताना चाहते हैं कि उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश एक है।
राहुल ही दे सकते हैं जवाब
बता दें कि केरल में राहुल गांधी ने केरल में कहा था कि उत्तर भारत में अलग तरह की राजनीति होती है जो दक्षिण से अलग है। उनके इस बयान पर कपिल सिब्बल ने कहा कि उसके बारे में तो राहुल गांधी ही बता सकते हैं। इसके साथ ही आनंद शर्मा ने कहा कि उन्होंने किस संदर्भ में बात की थी उसके बारे में तो राहुल गांधी ही बेहतर जवाब दे सकते हैं।