- भारत में लगातार बढ़ रहा है कोरोना वायरस का संक्रमण
- सरकार ने बनाए विशेष समूह, महामारी से लड़ने को लेकर लेंगे अहम फैसले
- योजना बनाकर तेजी से लागू करने के लिए दिए गए विशेष अधिकार
नई दिल्ली: केंद्र सरकार कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है और महामारी को सीमित करने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस बीच सरकार की ओर से कुछ खास समूहों का गठन किया गया है जिन्हें कोरोना की रोकथाम के लिए कई अधिकार दिए गए हैं। यह ग्रुप तेजी से कोरोना COVID-19 का मुकाबला करने की योजना बनाकर उस पर काम करेंगे।
केंद्र सरकार ने रविवार को COVID-19 को लेकर व्यापक और एकीकृत प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 11 सशक्त समूहों का गठन किया है। सरकारी सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, 'केंद्र सरकार ने रविवार को COVID-19 के लिए एक व्यापक और एकीकृत प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए 11 सशक्त समूहों की स्थापना की है। इन सशक्त समूहों को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत स्थापित किया गया है। व्यय विभाग ने विशेष निर्णय को लेकर विशेष निर्देश जारी किए हैं।'
सूत्रों की ओर से बताया गया कि बिना किसी परेशानी के समन्वय को सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक समूह में पीएमओ और कैबिनेट सचिवालय के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि मौजूद हैं। सूत्रों ने कहा, 'इन 11 सशक्त समूहों में से 8 का नेतृत्व सचिव स्तर के अधिकारियों द्वारा किया जाता है जबकि 2 नीति आयोग के सदस्यों की ओर से और 1 का नीति आयोग के सीईओ द्वारा किया जाता है। समूहों को योजना तैयार करने और उनके समय पर उनके कार्यान्वयन के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का अधिकार दिया गया है।'
केंद्र सरकार ने मंगलवार को घातक वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की थी। महामारी बन चुके इस वायरस की वजह से वैश्विक स्तर पर कई हजार लोगों की जान चली गई है। भारत में, वायरस ने अब तक 1024 लोगों को संक्रमित किया है।