नई दिल्ली: हरिद्वार जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए मकर संक्रांति स्नान पर पाबंदी लगा दी है,इस बारे में जारी आदेश में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने निर्देश दिए हैं कि मकर संक्रांति के दिन स्थानीय और बाहरी किसी भी व्यक्ति को गंगा स्नान के लिए हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर जाने की अनुमति नहीं होगी।
कोविड-19 और ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच हरिद्वार जिला प्रशासन ने 14 जनवरी को मकर संक्रांति 2022 के अवसर पर नदी में पवित्र डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, हरिद्वार के डीएम विनय शंकर पांडे ने एक आदेश में कहा, '14 जनवरी को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक रात का कर्फ्यू लगाया जाएगा।'
हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश में आगे कहा गया है कि COVID-19 की तीसरी लहर का खतरा बहुत बड़ा है और कोरोना मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है। हरिद्वार में मकर संक्रांति 2022 के अवसर पर ओमिक्रोन/ कोविड-19 मामलों के आलोक में निम्नलिखित प्रतिबंध लगाए गए हैं-
- 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व 2022 पर भक्तों के लिए बंद रहेगा गंगा में पवित्र स्नान
- बाहरी राज्यों से आने वाले किसी भी पर्यटक/भक्त को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, 'हर की पौड़ी' में नागरिकों और श्रद्धालुओं के लिए नो एंट्री
- रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच सार्वजनिक स्थानों पर रात का कर्फ्यू
- जिला प्रशासन द्वारा धार्मिक मण्डली पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है
- यदि कोई व्यक्ति COVID-19 मानदंडों का उल्लंघन करता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ महामारी रोग अधिनियम 1897 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, भारत ने मंगलवार को 1,68,063 नए कोरोनावायरस संक्रमण और ओमिक्रोन वैरियंट के 4,461 मामले दर्ज किए। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सतर्क रहने और अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में COVID-19 / Omicron के प्रसार को रोकने के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है।