नई दिल्ली: सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर भी कई बार अच्छे वाकये हो जाते हैं जिनकी चर्चा खास हो जाती है ऐसा ही एक मामला अभी सामने आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानी राजदूत फरीद मामुन्दजई (Afghan Ambassador) को गुजरात के सूरत स्थित हरिपुरा (Haripura Village) जाने का न्योता दिया है।
हुआ दरअसल ये कि भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुन्दजई ने अपने जीवन का एक किस्सा शेयर किया दरअसल, फरीद ने ट्विटर पर लिखा कि कुछ दिन पहले वो एक डॉक्टर के पास इलाज कराने गए थे, लेकिन जब डॉक्टर को पता चला कि वो अफगान के राजदूत हैं तो डॉक्टर ने उनसे कोई फीस नहीं ली, इस पर डॉक्टर ने उनसे कहा कि मैं एक भाई से फीस नहीं ले सकता हूं।
इस ट्वीट के बाद एक शख्स बालकौर सिंह ढिल्लो (Balkaur Singh Dhillon) ने अफगानी राजदूत को अपने गांव हरिपुरा आने का न्योता दे दिया, इस पर फरीद मामुन्दजई ने पूछा कि क्या ये सूरत का हरिपुरा गांव है? तो शख्स ने बताया कि नहीं ये राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में है, तब अफगानी राजदूत ने कहा कि राजस्थान के साथ अफगानिस्तान का लंबा इतिहास रहा है और मैं हरिपुरा जरूर आऊंगा।
इस बीच तो फिर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने ट्वीट कर लिखा कि आप किसान के गांव भी जाइए और आप सूरत के हरिपुरा गांव भी जाइए, वो भी अपने आप में इतिहास समेटे हुए है।
सूरत के हरिपुरा का नेताजी सुभाष चन्द्र बोस संग ये है संबध
सूरत के हरिपुरा का नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के साथ खास रिलेशन रहा है। 1938 के ऐतिहासिक हरिपुरा अधिवेशन से पहले गांधी जी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सुभाष चंद्र बोस को चुना। कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चन्द्र बोस का स्वागत 51 बैलों से खींचे हुए रथ में किया गया था।