नई दिल्ली: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि सरकार महामारी से प्रभावित क्षेत्रों और संस्थानों को मदद देने के लिए शराब पर कोविड उपकर लगाने पर विचार कर रही है। लॉकडाउन के कारण राज्य 6,000 करोड़ रुपए का मासिक राजस्व नुकसान उठा रहा है। चौटाला ने कहा, 'सरकार नए कोविड सेस पर विचार कर रही है ताकि उन क्षेत्रों या संस्थानों की मदद की जा सके जो महामारी की चपेट में आ गए हैं।
यह पूछे जाने पर कि सरकार कितना उपकर लगाने पर विचार कर रही है, तो उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा जारी है। प्रत्येक उत्पाद अलग है, निश्चित उपकर संभव नहीं है, इसलिए यह उत्पाद और मात्रा पर निर्भर करेगा। उपकर घटाने या बढ़ाने योग्य रहेगा। उपमुख्यमंत्री ने संकेत दिया कि उपकर 2 से 20 रुपए के बीच कितना भी हो सकता है।
आबकारी, उद्योग और वाणिज्य विभाग संभालने वाले चौटाला ने कहा कि अभी राज्य में शराब की दुकानें खोलने के बारे में निर्णय नहीं लिया गया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि मीडिया समेत लोगों से इस बारे में सुझाव मांगे गये हैं और उसी के हिसाब से कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि शराब की दुकानें जब भी खुलें, वहां भीड़-भाड़ न हो और लोगों के बीच आपस में उचित दूरी बनी रहे। राज्य सरकार ने उपायुक्तों से भी रिपोर्ट मांगी है कि शराब की दुकानें खोली जानी चाहिए या नहीं।
हरियाणा में में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 442 हो गई है, जिनमें से 245 मरीजों को छुट्टी दे गई है। पांच रोगियों की मौत हो चुकी है। राज्य में रविवार को एक दिन में सबसे अधिक 66 मामले सामने आए। इससे पहले, पिछले महीने एक ही दिन में करीब 30 मामले सामने आए थे।