- किसानों की रिहाई को लेकर प्रशासन से बातचीत बेनतीजा
- राकेश टिकैत सहित तमाम किसान नेताओं ने टोहाना थाने के बाहर किया प्रदर्शन
- जेजेपी के विधायक ने अपने बयान के लिए किसानों से मांगी माफी
टोहाना: नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र और किसानों के बीच अभी तक टकराव बना हुआ है। दिल्ली की सीमाओं के अलावा किसान देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और हरियाणा तथा पंजाब में इन प्रदर्शनों का सबसे अधिक असर देखा जा रहा है। हरियाणा के टोहाना से जननायक जनता पार्टी (JJP) विधायक देवेंद्र सिंह बबली के विवादित बयान और किसानों की गिरफ्तारी का मामला अब तूल पकड़ता हुआ दिख रहा है। इसी मामले को लेकर किसान नेता राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढ़ूनी सहित तमाम किसान रविवार रातभर टोहाना थाने के बाहर प्रदर्शन करते रहे।
विफल रही बातचीत
थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को मनाने के लिए प्रशासन रातभर प्रयास करता रहा लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी जिसके बाद किसान थाने के बाहर ही सो गए। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि सरकार दिल्ली से किसान आंदोलन को हटाकर प्रदेश के भीतर लाना चाहती है तांकि किसान दिल्ली छोड़ दें। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई जारी रहेगी चाहे दिल्ली हो या फिर यहां।
विधायक ने मांगी माफी
दरअसल हरियाणा सरकार में शामिल जननायक जनता पार्टी (जेजीपी) के टोहाना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने किसानों को लेकर ऐसी अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया था जिससे किसान भड़क उठे थे। मामला तूल पकड़ता देख विधायक ने वीडियो जारी करते हुए माफी भी मांग ली थी लेकिन किसान विधायक के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
साथियों की रिहाई की मांग
किसान नेता अपने दो साथियों की रिहाई की मांग को लेकर लगातार अड़े हुए हैं। किसान नेता रवि आजाद व विकास सिसर की टोहाना कोर्ट में जमानत याचिका लगाई गई थी। वकील के मुताबिक दोनों की जमानत मंजूर हो चुकी है लेकिन मुचलका भरने में दस्तावेज पूरा नहीं भरने के कारण रविवार को रिहा नहीं हो सके। दोनों नेताओ के आज जेल से बाहर आने की उम्मीद है।