नई दिल्ली: हरियाणा में अब अनैतिक कार्यों व गड़बड़ी आदि के लिए आमतौर पर प्रयोग किए जाने वाले ‘गोरख धंधा’ (Gorakh Dhanda) शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने एक वर्ग के लिए इसे आहत करने वाला बताते हुए इस शब्द के प्रयोग पर रोक लगाने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस शब्द से गुरु गोरखनाथ जी (Guru Gorakhnath) के अनुयायी आहत होते हैं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, गोरखनाथ समुदाय के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने यह निर्णय लिया। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कहा कि इस शब्द का इस्तेमाल आहत करता है। उन्होंने हरियाणा के सीएम से इस शब्द के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने का निवेदन किया था।
इस शब्द का प्रयोग गुरु गोरखनाथ के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोरखनाथ संत थे और किसी भी आधिकारिक भाषा, भाषण या किसी भी संदर्भ में इस शब्द का प्रयोग उनके अनुयायियों की भावनाओं को आहत करता है,इसलिए किसी भी संदर्भ में इस शब्द का उपयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है, गौर हो कि हरियाणा में सोनीपत के एक गांव गोर्ड में गुरु गोरखनाथ का एक प्राचीन मंदिर स्थित है।