हाथरस प्रकरण में जातीय दंगे फैलाने की साजिश की जांच अब एसटीएफ करेगी, अब एसटीएफ (STF) की टीम ने भी जिले में डेरा डाल दिया है इस मामले में चंदपा थाने मे दर्ज दो मुकदमों की विवेचना एसटीएफ द्वारा की जाएगी फिलहाल अभी तक दोनों मुकदमों की विवेचना अभी क्राइम ब्रांच कर रही थी, एसटीएफ की टीमें हाथरस, मथुरा व अलीगढ़ पहुंच गई हैं।
बताया जा रहा है कि साजिश में पीएफआई के अलावा भीम आर्मी की गतिविधियां भी एसटीएफ की जांच के दायरे में हैं। एसटीएफ की एक टीम ने हाथरस में घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय पुलिस से देशद्रोह समेत अन्य धाराओं में दर्ज कराए गए मुकदमों में अब तक सामने आए तथ्यों की जानकारी ली। वहीं एसटीएफ ने मथुरा पुलिस से पांच अक्टूबर को पकड़े गए कैंपस फ्रंट आफ इंडिया के चारों सदस्यों के बारे में पूरी जानकारी हासिल की है।
एलआईयू की रिपोर्ट्स और एसआईटी की तरफ से दी गई प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर दंगों की साजिशों का पता चला था। इन सूचनाओं के आधार पर अलग-अलग मामलों में हाथरस, मथुरा व अलीगढ़ में मुकदमे भी दर्ज किए गए थे।
पीड़ित परिवार के संपर्क में रहे लोगों के बारे में भी छानबीन
सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ लखनऊ, बिजनौर, सहारनपुर, बुलंदशहर, प्रयागराज व अयोध्या में भी मुकदमे दर्ज किए गए थे। घटना के बाद पीड़ित परिवार के संपर्क में रहे लोगों के बारे में भी छानबीन चल रही है एसटीएफ की टीमें उन आर्थिक स्रोतों का भी पता लगाएंगी, जिसके जरिए इस अभियान के लिए फंडिंग की गई। एसटीएफ ने चंदपा थाने में जाकर इन मुकदमों से संबंधित पत्रावलियां देखीं और अधिकारियों से मुलाकात की।