- हाथरस केस में पीड़िता के भाई ने आरोपियों से संपर्क होने पर अपनी बात रखी है
- पीड़िता के भाई ने आरोपियों से किसी भी तरह के संपर्क होने से इनकार किया है
- उसने यह भी कहा कि जिस नंबर का हवाला दिया जा रहा है, वह उसका नहीं है
हाथरस : उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले दिनों 19 साल की एक युवती के साथ दरिंदगी के केस में कुछ नई बातें पिछले दिनों सामने आई हैं, जिनमें से एक यह भी है कि पीड़िता के परिवार और आरोपियों के बीच संपर्क था। उनके बीच फोन कॉल पर बातचीत की बात भी सामने आई है, जिस बारे में अब लड़की के भाई ने सफाई दी है। उनका कहना है कि पुलिस ने जो फोन नंबर शेयर किया है, वह उसका नहीं है।
पीड़िता के भाई ने कहा कि रिकॉर्ड्स में जिस फोन नंबर को दिखाया गया है, वह उसके पिता है। उसने आरोपियों से किसी भी तरह का संबंध होने से भी इनकार किया और कहा कि वह उनके संपर्क में नहीं था। 'टाइम्स नाउ' से बातचीत में उसने कहा, 'नंबर मेरे नाम पर नहीं है। यह एक पुराना सिम कार्ड है। यह नंबर मेरे पिता के पास है। यह मेरे नाम पर नहीं है। वह फोन हमेशा मेरे पिता के पास रहता था और कोई उसका इस्तेमाल नहीं करता था।'
'नहीं था कोई संपर्क'
यह पूछे जाने पर कि क्या उनका परिवार आरोपियों के साथ किसी भी तरह से संपर्क में था, पीड़िता के भाई ने कहा, 'नहीं हम उनसे संपर्क में नहीं थे। हम आखिर क्यों उनसे बात करेंगे।' उसने यह भी कहा, 'हम गरीब परिवार से हैं, आखिर हमें लेकर इस तरह की बातें क्यों हो रही हैं।' उसने कहा कि परिवार तभी इसकी पुष्टि कर सकता है कि पीड़िता आरोपियों के संपर्क में थी या नहीं, जब वे फोन कॉल्स की रिकॉर्डिंग सुनें।
इस बीच जेल में बंद आरोपियों ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक को चिट्ठी लिखकर अपनी बेगुनाही की बात कही है और दावा किया कि उन्हें इस मामले में गलत फंसाया जा रहा है। मुख्य आरोपी संदीप ने इस पत्र में कहा है कि उसकी पीड़िता के साथ जान-पहचान थी, लेकिन इस बात को उसके परिवार वाले पसंद नहीं करते थे। उसने यह भी कहा कि घटना वाले दिन वह लड़की के साथ मिलने गया था, लेकिन वह जल्दी ही वापस आ गया था।