- पीएम नरेंद्र मोदी ने देश में लोकल उत्पादों के बढ़ावा देने की अपील की
- कोरोना संकट भारत के लिए अवसर की तरह, चुनौतियों से लड़ने की जरूरत
- लोकल का जिक्र करते हुए पीपीई किट का खास उल्लेख
नई दिल्ली। मंगलवार की रात 8 बजे पीएम नरेंद्र मोदी देशवासियों से रूबरू हो रहे थे। उन्होंने कई बातें कहीं जिसमें चुनौती, सलाह उम्मीद चेतावनी और आशा की किरण थी। उन्होंने कहा कि भारत के विकास के पांच पिलर हैं और इसके साथ एक बड़ी बात कही और वो लोकल उत्पादों के संबंध में थी। उन्होंने कहा कि आज का बड़ा से बड़ा ब्रांड पहले लोकल ही हुआ करता था। लेकिन प्रचार और प्रसार की वजह से हम कहीं पीछे रह गए हालांकि कोरोना काल हम सबके लिए अवसर है।
1 जून से केंद्रीय सुरक्षाबलों की कैंटीन में लोकल उत्पाद
पीएम नरेंद्र मोदी की इस अपील के बाद गृह मंत्रालय ने बड़ा फैसला किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र बलों की कैंटीन में 1 जून 2020 से अब स्वदेशी उत्पाद ही मिलेंगे। इसका अर्थ यह है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की कैंटीन ले विदेशी सामान धीरे धीरे बाहर हो जाएंगे।
यह है खास वजह
सवाल यहां यह कि पीएम मोदी ने लोकल वोकल पर जोर क्यों दिया। इसका जवाब साफ है, कोरोना काल में जब इलाज के लिए पीपीई किट की जरूरत पड़ी को उपलब्ध नहीं था। यह मेडिकल सेवाओं में जुड़े लोगों के साथ साथ केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकारों के लिए भी बड़ी चुनौती थी। सरकार के सामने चुनौती थी कि पीपीई किट कहां से मंगाई जाए और उसका रास्ता चीन में दिखाई दिया। लेकिन चीन की तरफ से जो पीपीई किट आईं वो क्वॉलिटी में अच्छी नहीं थीं।