- यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को खारकीव में जबरन रोका
- खारकीव में भारतीय छात्रों को बंधक बनाया
- रूस के हमले की वजह से फंसे छात्र- यूक्रेन
रूस और यूक्रेन में चल रही जंग के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन की सेना ने खारकीव में भारतीय छात्रों को बंधक बना लिया है। रूसी दूतावास के मुताबिक यूक्रेन की सेना भारतीय छात्रों को अपनी ढाल बना रही है और जो छात्र खारकीव से निकलकर बेलगोरोड जाना चाहते हैं। उन्हें निकलने नहीं दिया जा रहा बल्कि उनपर उस इलाके से जाने का दबाव बनाया जा रहा है। जहां ज्यादा खतरा है। रूस ने कहा है कि वो खारकीव से भारतीयों को निकालने के लिए हर संभव मदद को तैयार है। पीएम मोदी ने कल रात ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है। दोनों नेताओं ने यूक्रेन से भारतीयों को सुरक्षित निकालने पर चर्चा की।
रूस के आरोपों पर यूक्रेन का जवाब
रूस के आरोपों पर यूक्रेन ने कहा है कि खारकीव में भारत समेत कई देशों के छात्र मौजूद हैं और शहर में रूस की सेना लगातार हमले कर रही है। और युद्ध के हालात की वजह से खारकीव में आम लोग और वहां रह रहे छात्र बंधक बन गए हैं। यूक्रेन का कहना है कि वो खारकीव में फंसे छात्रों को निकालने को तैयार है लेकिन रूस को इसके लिए सुरक्षित रास्ता देना होगा। यूक्रेन ने ये भी कहा है कि भारत समेत उन तमाम देशों को रूस से हमले रोकने की अपील करनी चाहिए। जिनके छात्र खारकीव में फंसे हैं।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी लगातार जारी
इधर ऑपरेशन गंगा के तहत एअर इंडिया और अन्य विमानों के जरिए यूक्रेन में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी लगातार जारी है। भारतीय वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर भी रोमानिया से 200 भारतीयों को लेकर देर रात हिंडन एअरबेस पहुंचा। भारत लौटे लोगों के स्वागत के लिए केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट भी इस मौके पर मौजूद रहे। यूक्रेन में भारतीय छात्रों को बंधक बनाए जाने के मसले पर उन्होंने क्या कहा- सुनिए।
यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों से टाइम्स नाउ नवभारत ने की बात
यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों से भी TIMES NOW नवभारत ने बात की और सच्चाई जाननी चाही तो स्टूडेंट्स ने क्या बताया? आपको सुनाते हैं। यूक्रेन से लौटे छात्रों ने वहां के टीचर्स को भी कठघरे में खड़ा किया। छात्रों का आरोप है कि यूक्रेन की पुलिस ने भी उन्हें ड्रग्स के नाम पर तंग किया। छात्रों ने यूक्रेन के राजनेताओं पर भी सवाल उठाए।
यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों की आपबीती
यूक्रेनी सेना ने बुरा बर्ताव किया। लड़कियों के साथ मारपीट की। जूतों से भारतीयों को मारा। भारतीयों पर फायरिंग भी की। ढाल की तरह इस्तेमाल किया। रूस की आर्मी ने नहीं रोका। तिरंगा देखकर आगे जाने दिया। यूक्रेनी टीचर्स ने सपोर्ट नहीं किया। बॉर्डर पर भारतीयों से मारपीट की। भारतीयों को बॉर्डर से भगाया गया। यूक्रेनी सेना ने फायरिंग भी की। जान बचाने के लिए भागना पड़ा। ट्रेन में चढ़ने नहीं दिया। हमारे पासपोर्ट चेक किए गए। ड्रग्स रखने का आरोप लगाकर चेकिंग की। यूक्रेनी नेताओं ने ढाल की तरह इस्तेमाल किया।
वरुण भसीन की रिपोर्ट