श्रीनगर : जम्मू कश्मीर अपनी प्राकृतिक छटा के लिए दुनियाभर में मशहूर है। प्रकृति के सानिध्य को महसूस करने के लिए देश-दुनिया से बड़ी संख्या में यहां पर्यटकों की बड़ी संख्या हर साल पहुंचती है। खासकर बर्फबारी के दिनों में यहां पर्यटकों की आमद बढ़ जाती है, जो इस मनोरम दृश्य को अपनी आंखों व स्मृति में कैद कर लेना चाहते हैं
बर्फबारी की वजह से हालांकि स्थानीय लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना भी करना पड़ता है, लेकिन पर्यटकों के लिए यह अद्भुत रोमांच होता है। अब कश्मीर के गुलमर्ग में इग्लू कैफे खोला गया है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं।
यहां टेबल से लेकर बैठने तक की व्यवस्था बर्फ से की गई है, जहां लोगों को गर्मागर्म भोजन परोसे जाते हैं। बैठने वाली जगह ऐसी चीज रखी जाती है कि आगंतुकों को ठंड का एहसास न हो।
कैफे के प्रबंधक हामिद मसूड़ी कहते हैं, 'यह भारत में नए तरह की सोच है। लेकिन फिनलैंड, नॉर्वे, स्विट्जरलैंड जैसे देशों में पहले ही इस तरह की व्यवस्था है। यह एशिया का सबसे बड़ा इग्लू कैफे है।'
यहां पहुंची एक टूरिस्ट के मुताबिक, वह अक्सर गुलमर्ग की यात्रा करती हैं और इस बार इग्लू कैफे ने उन्हें हैरान कर दिया। यह बेहद खूबसूरत और सुरक्षित है और गुलमर्ग आने वालों को इसे जरूर देखना चाहिए।
गुलमर्ग में इग्लू की तस्वीरें इंटरनेट पर भी सुर्खियां बटोर रही हैं। यहां पहुंचने वाले पर्यटकों ने ट्विटर और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर इसकी कई तस्वीरें शेयर की हैं, जो बेहद मनमोहक हैं।
कश्मीर में इस बार जबरदस्त बर्फबारी हुई है, जिसके कारण श्रीनगर में तापमान गिरकर शून्स से 8.8 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है और पूरी कश्मीर घाटी कड़ाके की ठंड की चपेट में है।
यहां बीते 30 वर्षों में सर्वाधिक बर्फबारी हुई है, जिसके कारण लोगों को पानी की कमी, सड़कों के अवरुद्ध होने और चलने-फिरने तथा घर से बाहर निकलने में भी कठिनाई हो रही है।
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण बीते करीब एक साल में बहुत कम संख्या में लोग घरों से निकले हैं और इससे पर्यटन उद्योग को जबरदस्त नुकसान हुआ है। हालांकि अब लोग धीरे-धीरे पर्यटन के लिए निकल रहे हैं और ऐसे स्थानों पर रेस्टोरेंट और होटल पर्यटकों को लुभाने के लिए कई नए तरीके आजमा रहे हैं।