नई दिल्ली : चीन में फैले कोरोना वायरस का संक्रमण अब सीमा पार कर दूसरे देशों में भी फैलने लगा है, जिससे भारत भी कई तरह की आशंकाओं से घिरा है। चीन में बड़ी संख्या में भारती छात्र पढ़ते हैं और विशेषज्ञों ने उनमें से किसी के भी संक्रमित होकर भारत लौटने पर यहां भी संक्रमण का प्रसार तेजी से होने की आशंका जताई है। कोलकाता, मुंबई, पुणे, जयपुर, पटना, केरल, दिल्ली में भी कोरोना वायरस के संदिग्ध मामले सामने आए हैं। चीन में इस संक्रामक रोग से अब तक 106 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 4,515 प्रभावित हैं।
दिल्ली में भी सामने आया संदिग्घ मामला
कोलकाता में जहां थाईलैंड के एक शख्स की मौत हो गई है, वहीं महाराष्ट्र के मुंबई व पुणे के दो लोगों को भी वायरस के लक्षण दिखाई दिए जाने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य में करीब 5 लोगों को आइसोलेशन केंद्र में रखा गया है, जबकि वुहान की यात्रा करने वाले 15 अन्य को भी निगरानी में रखा गया है। राजस्थान के जयपुर में भी इसका संदिग्ध मामला सामने आया है तो बिहार में चीन से लौटी एक महिला को भी निगरानी में रखा गया है। केरल से भी ऐसे कई मामले सामने आए हैं। राजधानी दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में भी तीन लोगों को करोना वायरस के लक्षण दिखाई देने के बाद आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है।
7 एयरपोर्ट्स पर 30,000 लोगों की जांच
भारत में हालांकि अभी किसी भी मरीज को कोरोना वायरस होने की पुष्टि नहीं हुई है, पर उनमें ऐसे लक्षण देखे गए हैं, जो कोरोना वायरस में भी सामान्य तौर पर देखे जाते हैं। भारत सरकार ने पहले ही एडवाइजरी जारी कर कहा है कि बहुत आवश्यक नहीं होने पर इस देश की यात्रा करने से बचें। चीन से आने वाले यात्रियों की अनिवार्य जांच की व्यवस्था भी देश के 7 एयरपोर्ट्स पर की गई है, जिसके तहत अब तक लगभग 30,000 यात्रियों की जांच की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी में बताया गाय है कि लगभग 137 विमानों से यहां आए 29,700 यात्रियों की जांच रविवार तक देश के उन सात हवाईअड्डों पर की गई है, जहां जांच की व्यवस्था की गई है। किसी भी व्यक्ति में कोरोना वायरस की जांच 'पॉजिटिव' नहीं आई है।
चीन से लौटने वलों को लेकर बरतें सतर्कता
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन से लौटने वाले हर शख्स को परिवार से मिलने से पहले अपनी जांच कराने की जरूरत है, ताकि किसी तरह का संक्रमण अगर उन्हें है तो यह परिवार के दूसरे लोगों तक नहीं पहुंचे। चिकित्सा विशेषाज्ञों का कहना है कि इस संक्रामक रोग को लेकर इसलिए भी एहतियात बरतने की जरूरत है, क्योंकि कई बार संक्रमण पहले हो जाता है, जबकि इसके लक्षण बाद में सामने आते हैं। ऐसे में परिवार के लोगों को भी विशेष सतर्कता बरने की जरूरत है, क्योंकि संभव है कि चीन से लौटे किसी शख्स में इसका संक्रमण नजर न आ रहा हो, पर वह संक्रमित हो। ऐसे में आगे चलकर किसी भी तरह के लक्षण नजर आने पर उन्हें तुरंत चिकित्सा सहायता लेने की सलाह दी गई है।
वायरस के लक्षण दिखाई देने पर यहां करें संपर्क
भारत सरकार ने इस संबंध में जो एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी दिए गए हैं। अतिआवश्यक होने पर चीन की यात्रा करने वाले और वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, जो चीन स्थित भारतीय दूतावास के हैं। उन्हें सलाह दी गई है कि चीन में रहने के दौरान अगर वे बीमार महसूस करते हैं और उन्हें किसी तरह की चिकित्सा सहायता की आवश्यकता हो तो वे +8618612083629 और +8618612083617 पर संपर्क कर सकते हैं। भारत में एयरपोर्ट्स पर भी यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। उन्हें किसी भी तरह की सहायता के लिए 01123978046 नंबर पर डायल करने की सलाह दी गई है। इसके अतिरिक्त लोगों को कोरोना वायरस के किसी भी तरह के लक्षण नजर आने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने और उपचार करने वाले डॉक्टर को भी यह बताने के लिए कहा गया है कि उन्होंने कहां-कहां की यात्रा की।