- आर्मी के इंजीनियर्स ने 60 मीटर लंबे इस पुल का काम पूरा कर लिया है
- सेना की गाड़ियां दौलत बेग ओल्डी में बनी भारत की आखिरी पोस्ट तक आसानी से पहुंचेगी
- भारतीय सेना ने तनातनी के बाद भी इस पुल पर काम जारी रखा था
नई दिल्ली: लद्दाख में गलवान से 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने की खबर के बाद अब वहां से अब सेना की कामयाबी की एक बड़ी खबर सामने आई है, लंबे समय से पुल बनाने में जुटे आर्मी के इंजीनियर्स ने 60 मीटर लंबे इस पुल का काम पूरा कर लिया है बताते हैं कि अब इस पुल के बन जाने से अब सेना की गाड़ियां दौलत बेग ओल्डी में बनी भारत की आखिरी पोस्ट तक आसानी से पहुंचेगी जिससे सेना को बेहद सुविधा होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन इस पुल के निर्माण को रोकना चाहता था वहीं अब इस पुल की सहायता से भारतीय सैनिक वाहनों के साथ नदी को पार कर पाएंगे, ये पुल भारतीय सेना को संवेदनशील क्षेत्र में पकड़ को मजबूत करने में मदद करेगा।
गौरतलब है कि भारत की बढ़ती ताकत चीन की बौखलाहट की सबसे बड़ी वजह है जिससे वो यहां इस तरह की हरकतों को अंजाम देता रहा है, इस पुल के निर्माण कार्यों को रोकने के लिए चीन ने तमाम बाधाएं डालीं लेकिन भारतीय सेना के जोश के आगे उसकी एक ना चली और सेना ने इस पुल का निर्माण कर डाला।
पुल बन जाने से गलवान घाटी में भारत की स्थिति काफी मजबूत हो जाएगी
बताया जाता है कि अभी तक सिर्फ एक फुटओवर ब्रिज होने से पैदल सैनिक ही पुल के उस पार जा सकते थे वहीं पुल बन जाने से गलवान घाटी में भारत की स्थिति काफी मजबूत हो जाएगी और चीन को करारा जवाब देने में भारतीय सेना को आसानी होगी वहीं भारत ने गलवान घाटी पर संप्रभुता के चीनी दावों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। सेना के मुताबिक भारतीय सेना ने तनातनी के बाद भी इस पुल पर काम जारी रखा और 15 जून को हिंसक झड़प के बावजूद काम करते रहे जिससे इस पुल का निर्माण हो सका।