- देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 31,67,323 हुई
- कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 24,04,585 हो गई है
- ठीक होने की दर 75.92 प्रतिशत पर पहुंच गई है
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने मास्क को अनिवार्य कर दिया है। इसके बावजूद बाजार में बिना मास्क के लोग दिख जाएंगे। इस तरह के लोगों पर निशाना साधते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक प्रोफेसर डॉ. बलराम भार्गव ने कहा, 'गैर जिम्मेदार, कम सतर्क लोग जो मास्क नहीं पहन रहे हैं, भारत में महामारी चला रहे हैं।' उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं कहूंगा कि युवा या बुजुर्ग लोग बल्कि गैर-जिम्मेदार, कम सतर्क लोग जो मास्क नहीं पहन रहे हैं भारत में महामारी को चला रहे हैं।
इसके अलावा उन्होंने जानकारी दी कि भारत में तीन कोविड 19 वैक्सीन दौड़ में हैं। सीरम संस्थान का टीका चरण 2(बी) और चरण 3 परीक्षणों में है और भारत बायोटेक और जेडस कैडिला के टीकों ने चरण 1 का परीक्षण पूरा कर लिया है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जानकारी दी गई कि कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए की जाने वाली जांच में कई गुना वृद्धि हुई है, वहीं संक्रमण दर में खासी कमी आई है। कोविड-19 बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या देश में उपचाराधीन मरीजों की 3.4 गुना है। पहली बार, कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 24 घंटों के अंदर 6,423 की कमी आई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित मौजूदा मरीजों में 2.70 प्रतिशत मरीज आक्सीजन पर हैं जबकि 1.92 प्रतिशत लोग आईसीयू में तथा 0.29 प्रतिशत लोग वेंटिलेंटर पर हैं। कोविड जांच की संख्या एक अगस्त को प्रति दस लाख पर 363 थी जो अब बढ़ कर 600 जांच से अधिक हो गई है। वहीं रूसी कोविड वैक्सीन के बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'भारत और रूस की बातचीत हुई है, शुरूआती जानकारी साझा की गई है और विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है।'
अभी तक कोरोना की वजह से कुल 58,390 मौतें हुई हैं जिसमें से 69% पुरुष और 31% महलाएं हैं। 36% 45-60 आयु के और 51% 60 और उससे ऊपर की आयु वर्ग वाले लोग हैं। सक्रिय मामले कुल मामलों का केवल 22.2% हैं। रिकवरी दर अब 75% से अधिक है।