- ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
- कांग्रेस के बागी विधायकों को मनाने के लिए कमलनाथ के दूत गोविंद सिंह और सज्जन सिंह वर्मा बेंगलुरु में
- बीजेपी के विधायक भोपाल से दिल्ली शिफ्ट, कांग्रेसी विधायक जाएंगे जयपुर
नई दिल्ली। मंगलवार को पूरा देश अलग अलग रंगों से नहाया हुआ था। लेकिन कांग्रेस के रंग में भंग पड़ चुका था, पार्टी से जुड़े कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरफ से ऐसी खबर आई जो बहुत अप्रत्याशित नहीं थी उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने वाला इस्तीफानामा सोनिया गांधी को भेज दिया। यह बात अलग है कि कांग्रेस की तरफ से तुरंत प्रतिक्रिया आई कि सिंधिया ने इस्तीफा नहीं दिया है बल्कि उन्हें निकाल दिया गया है। खैर ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफानामे पर जो तारीख लिखी हुई थी वो सबकुछ बयां कर रही थी कि कौन सही और कौन गलत है।
किसी के लिए मंगल तो किसी के लिए अमंगल
मंगलवार को दिन भर की सियासी गहमागहमी के बीच बीजेपी ने अपने सभी विधायकों को दिल्ली भेज दिया। अब इसे कमलनाथ का डर कहें या सिर्फ विधायकों को सहेजने की कोशिश इस सवाल का जवाब आने वाला समय बताएगा। लेकिन जिस समय भोपाल आफिस में विधायक बसों में सवार हुए उस समय उनके चेहरों पर खुशी से समझा जा सकता था कि अब सियासी रंग बदलने वाला है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता तो डेढ़ साल पहले भी बदलाव नहीं चाहती थी। कमलनाथ किसी तरह सरकार बनाने में कामयाब हो गए। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है।
कमलनाथ की बैठक में 114 से कम विधायक शामिल
इन सबके बीच कांग्रेस विधायकों की बैठक हुई जिसमें कुल 94 विधायक शामिल हुए जो 114 की संख्या से कम थे। इस संख्या बल के आधार पर कांग्रेस को यकीन है कि वो सरकार में बनी रहेगी। सीएम कमलनाथ ने भी कहा कि सबकुछ ठीक है उनकी सरकार को खतरा नहीं है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। इन सबके बीच कांग्रेस विधायकों को बुधवार को जयपुर के लिए रवाना किया जाएगा। सबसे बड़ी बात है कि कांग्रेस के जिन 19 विधायकों ने अपना इस्तीफा भेजा है उन्हें समझाने के लिए कमलनाथ के दूत सज्जन सिंह वर्मा और गोविंद सिंह बेंगलुरु जा रहे हैं।
सिंधिया कैंप ने विधायकों को किया गुमराह
ज्योतिरादित्य सिंधिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कांग्रेस की शोभा ओझा ने कहा कि सिंधिया कैंप की तरफ से राज्यसभा के दावेदारी के संदर्भ में हस्ताक्षर कराए गए। लेकिन विधायकों के हस्ताक्षर को इस्तीफानामा की तरह पेश किया गया। यही नहीं जब 19 विधायकों को यह पता चला कि सिंधिया बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं तो वो नाराज हो गए। जहां तक कांग्रेस की बात है तो सरकार को किसी तरह का खतरा नहीं है। जब मौका आएगा तो हम साबित कर देंगे कि किसमें कितना दम है।
ज्योतिरादित्य बोले- हैप्पी होली
इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में उनकी बुआ ने कहा कि वो बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। वो एक बड़े कद के नेता हैं और उन्हें सम्मान के साथ पार्टी में शामिल कराया जाएगा। इसके साथ ही बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह तो महज शुरुआत है आने वाले समय में अन्य प्रदेशों में भी इस तरह के उदाहरण सामने आएंगे। लेकिन दिन भर के सियासी घटनाक्रम पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सिर्फ इतना कहा हैप्पी होली।