- कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बोले- केवल भगवान ही हमें बचा सकते हैं
- कांग्रेस बोली- सरकार पूरी तरह विफल, कोरोना वायरस के संकट से निपटने में नाकामा
- कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री श्रीरामुलु ने दी सफाई- बोले बयान को गलत तरीके से पेश किया गया
बेंगलुरू: कर्नाटक में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। बेंगलुरु में लगातार बढ़ रहे मामलों की वजह से फिर से एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया गया है। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने कोरोना संक्रमण को लेकर ऐसा बयान दिया है जिसे लेकर कांग्रेस सरकार पर हमलावर है। स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने कहा है कि कोरोना वायरस से केवल भगवान ही राज्य को बचाने में मदद कर सकते हैं। आपको बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों में राज्य महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली के बाद चौथे नंबर पर है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
स्वास्थ्य मंत्री की टिप्पणी पर बीएस येदियुरप्पा सरकार की निंदा करते हुए, कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने ट्वीट कर कहा, 'कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि केवल भगवान ही कर्नाटक को बचा सकते हैं, यह दिखाता है कि येदियुरप्पा सरकार की कोरोना संकट को संभालने में नाकाम रही है। अगर आप महामारी से नहीं निपट सकते हैं तो हमें ऐसे सरकार की आवश्यकता क्यों है? इस सरकार की अक्षमता ने नागरिकों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।'
जागरूकता फैलानी होगी
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के आरोपों का जवाब मीडिया को देते हुए श्रीरामुलु ने कहा, 'बताइये यह (महामारी को नियंत्रित करने का) किसका काम है। केवल भगवान ही हमें बचा सकते हैं। लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना ही एकमात्र उपाय है। ऐसी स्थिति में, कांग्रेस के नेता राजनीति के सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। यह किसी के लिए ठीक नहीं है।'
मंत्री ने दी सफाई
अपने बयान पर सफाई देते हए बाद में श्रीरामुलु ने कहा कि उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया। श्रीरामुलु ने एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि उनके बयान के पीछे मंशा यह थी जब तक कि इस घातक बीमारी से निपटने के लिए एक टीका विकसित नहीं किया जाता है तब तक केवल भगवान ही लोगों को बचा सकते हैं और इसके लिए लोगों का सहयोग चाहिए। आपको बता दें कि कर्नाटक में कोविड 19 के मामलों में आज सबसे अधिक 3,176 मामले सामने आए। राज्य में अभी तक 928 लोगों की मौत कोरोना से हो गई है जबकि 47,253 मामले सामने आ चुके हैं और 18,466 को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है जबकि और 27,853 मामले एक्टिव हैं।