- सुरक्षाबलों को हाथ लगी बड़ी कामयाबी, दो आतंकवादी हुए ढेर
- रात भर चले ऑपरेशन के बाद मारे गए दोनों आतंकवादी
- मारे गए आतंकवादियों में हुर्रियत नेता का बेटा भी शामिल
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए। इनमें से एक डिविजनल कमांडर था। दोनों आतंकवादियों के सफाए को सुरक्षाबलों की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है। सुरक्षाबलों ने कुछ दिनों पहले मुठभेड़ में हिज्बुल के कमांडर रियाज नाइकू को भी मार गिराया। नाइकू की तलाश सुरक्षाबलों को लंबे समय से थी।
रात भरे चले अभियान में मारे गए आतंकी
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने अपनी मीडिया ब्रीफिंग में आतंकियों के मारे जाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कल रात चलाए गए अभियान में दो आतंकवादी मारे गए। मारे गए आतंकियों की पहचान श्रीनगर के रहने वाले जुनैद अशरफ खान और पुलवामा के तारिक अहमद शेख के रूप में हुई है। जुनैद हुर्रियत के चेयरमैन मोहम्मद अशरफ खान का सबसे छोटा बेटा है।
कई मामलों में शामिल था जुनैद
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तारिक गत मार्च में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ। जुनैद की तलाश कई आपराधिक मामलों में थी। वह हिज्बुल मुजाहिदीन का डिविजनल कमांडर था और वह मध्य कश्मीर में भी आतंकी वारदातों को अंजाम देता था।
रियाज नाइकू हो चुका है ढेर
हंदवाड़ा एनकाउंटर में सेना के कर्नल, मेजर सहित पांच जवान शहीद हुए। इसका बदला लेते हुए सुरक्षाबलों ने गत छह मई को बेगपोरा गांव में कुख्यात आतंकवादी रियाज नाइकू को मार गिराया। सुरक्षाबलों को नाइकू की तलाश लंबे अरसे से थी। रियाज मई 2012 में हिज्बुल में शामिल हुआ था। वह बुरहान वानी का करीबी था। रियाज की गुनाहों की लिस्ट काफी लंबी थी। उसने निर्दोष लोगों की हत्याएं भी कीं थीं।