- दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पाबंदियां लगाने से लोगों को हो रही परेशानी से वह अवगत हैं
- राजधानी में हॉटस्पॉट वाले 21 जगहों की पहचान हुई है, इन स्थानों पर आवाजाही पर रोक लगी है
- केजरीवाल ने कहा कि लोगों को उनके घर में क्वरंटाइन में रखा जाएगा, वस्तुओं की होगी होम डिलीवरी
नई दिल्ली : दिल्ली के हॉटस्पॉट इलाकों के बारे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि राजधानी में ऐसे 21 जगहों की पहचान की गई है और इन स्थानों पर लोगों की आवाजाही बंद कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन जगहों को सेनाटाइज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन हॉटस्पॉट में रहने वाले लोगों को घर में क्वरंटाइन में रखा जाएगा और जरूरी सामग्रियों एवं सेवाओं की होम डिलीवरी होगी। केजरीवाल ने कहा कि कोरोना संकट एवं लॉकडाउन को देखते हुए उनकी सरकार 71 लाख लोगों को मुफ्त राशन मुहैया करा रही है।
अपनी मीडिया ब्रीफिंग में केजरीवाल ने डॉक्टरों पर हमला करने वाले लोगों को चेताया। उन्होंने कहा कि गौतम नगर इलाके में कोविड-19 फैलाने के अफवाह पर सफदरजंग अस्पताल की दो महिला रेजीडेंट डॉक्टरों पर हमला किए जाने की बात सामने आई है। केजरीवाल ने कहा, 'सरकार इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं करेगी। स्वास्थ्यकर्मियों के सात बदसलूकी करने वाले लोगों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे। इस तरह के अपराधों में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।'
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजधानी में कोविड-19 के संक्रमण वाले स्थान के रूप में 21 जगहों की पहचान हुई है और इन हॉटस्पॉट वाले इलाकों में किसी के आने-जाने की इजाजत नहीं है। केजरीवाल ने कहा, 'हम समझते हैं कि इन पाबंदियों की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है लेकिन कोरोना वायरस के खतरे को रोकने के लिए अधिकारी कदम उठा रहे हैं।'
दिल्ली में अब तक वायरस से संक्रमण के अब तक 669 केस सामने आए हैं। जबकि 21 लोगों को उपचार के बाद ठीक किया गया है। दिल्ली में इस महामारी से 9 लोगों की मौत हुई है। केजरीवाल ने भी बुधवार शाम ट्वीट कर कहा, 'मास्क पहनने से कोरोना वायरस फैलने के खतरे को काफी हद तक कम कर सकता है। इसलिए यह फैसला लिया गया है कि घर से बाहर निकलने वाले हर शख्स के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इसमें कपड़े का मास्क भी कारगर होगा।'
दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने कहा है कि घरों से बाहर निकलते समय मास्क नहीं पहनने पर लोगों को छह महीने तक के लिए जेल में डाला जा सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इस संबंध में आदेश जारी किया गया है।