कोच्चि : केरल में एक बार फिर पूजा-अर्चना के दौरान मंदिर में हुई आतिशबाजी के कारण हादसा हो गया, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 17 लोग घायल हो गए। यह हादसा राज्य में वर्ष 2016 में हुए एक अन्य ऐसी ही दुर्घटना की याद दिलाता है, जिसमें 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, जबकि करीब 300 लोग घायल हो गए थे। यह हादसा भी मंदिर में आतिशबाजी के दौरान ही हुआ था।
कोच्चि के त्रिपुन्नीथुरा में बुधवार रात उस वक्त दुर्घटना हो गई, जब यहां नदाक्कावु देवी मंदिर में रात करीब 9 बजे आतिशबाजी की जा रही थी। इसमें 17 लोग घायल हो गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी हैं। घायलों में से एक ही हालत गंभीर बताई जा रही है। यह हादसा मंदिर में 'दीपअराधना' पूजा के दौरान हुआ।
मंदिर परिसर में मौजूद लोग आतिशबाजी देखने के लिए उत्साहित थे, लेकिन यह क्या, आतिशबाजी के दौरान पटाखे ऊपर जाने की बजाय आसपास में ही फट पड़े, जहां लोगों की भीड़ एकत्र थी। बताया जा रहा है कि मंदिर परिसर में पटाखे जलाने की अनुमति पहले पुलिस से नहीं मिली थी, जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने हाई कोर्ट का रुख किया और यहां से आतिशबाजी के लिए अनुमति ली।
इससे पहले साल 2016 में केरल के कोल्लम जिले के परावूर स्थित सदियों पुराने पुट्टिंगल देवी मंदिर में आतिशबाजी के दौरान बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें 111 लोगों की जान चली गई थी, जबकि लगभग 300 लोग घायल हो गए थे। तब एक पटाखे से निकली चिंगारी एक स्टोर पर जा गिरी थी, जिसमें पटाखे रखे थे। इसके कारण एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसमें आसपास के 100 से अधिक घर नष्ट हो गए, जबकि 2,000 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए।