मुंबई : महाराष्ट्र में कोरोना वायरसर के ओमिक्रोन वैरिएंट से संक्रमित पहले मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। इस बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने लोगों को आश्वस्त किया कि इसे लेकर घबराने की जरूत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड के इस वैरिएंट की चपेट में आने वालों में मामूली लक्षण ही देखे गए हैं, इसके गंभीर मामले नहीं आए हैं।
बई में कल्याण डोम्बिवली नगरपालिका आयुक्त विजय सूर्यवंशी ने बताया कि राज्य में ओमिक्रोन के पहले मामले की पुष्टि 33 वर्षीय मैकेनिकल इंजीनियर में हुई थी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत में सुधार और कोविड-19 की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। फिर उन्हें अगले सात दिनों तक और घर में ही क्वारंटीन रहने को कहा गया है।
'घबराएं नहीं'
वहीं, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा था, राज्य में अब तक ओमिक्रोन के कुल 10 मामलों की पुष्टि हुई है। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लगभग 65 स्वैब भेजे गए हैं, उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसमें संक्रमण फैलाने की क्षमता हालांकि अलग है, पर इसमें गंभीर स्थिति होने के कामले कम हैं। इसलिए हमें घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि 3T सिद्धांत पर काम हो रहा है- ट्रैकिंग, ट्रेसिंग और टेस्टिंग। जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए राज्य में इस वक्त तीन लैब हैं। नागपुर और औरंगाबाद में भी इसके विस्तार की योजना है। यहां गौर हो कि देश में अब तक ओमिक्रोन के 23 मामलों की पहचान की गई है, जिनमें से 10 महाराष्ट्र के ही हैं।