नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि चुनाव के बाद की हिंसा में मरने वालों को बिना किसी भेदभाव के 2-2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद की हिंसा में मरने वालों को बिना किसी भेदभाव के 2-2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। चुनाव आयोग द्वारा संभाली गई कानून व्यवस्था के तहत 16 मारे गए, जिनमें से आधे टीएमसी से और आधे बीजेपी से थे, एक संयुक्त मोर्चा से था।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी के नेता घूम रहे हैं, भड़का रहे हैं। नई सरकार के 24 घंटे भी नहीं हुए हैं, वे पत्र भेज रहे हैं, टीम और नेता आ रहे हैं। वे वास्तव में जनादेश को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं। मैं उनसे लोगों के जनादेश को स्वीकार करने का अनुरोध करती हूं।'
ममता ने कहा कि मैं केंद्रीय मंत्रियों को देख रही हूं, जिन्हें जरूरत नहीं है, वे गांवों में जा रहे हैं और दंगे भड़का रहे हैं। बीजेपी ज्यादा उकसा रही है। कूच बिहार में आज हमारे उम्मीदवार उदयन घोष घायल हो गए हैं। हाथरस के लिए उन्होंने टीम नहीं भेजी, दिल्ली दंगों के लिए टीम नहीं आई थी, टीकों के लिए वे टीम नहीं भेजते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि कोई मंत्री आता है तो उसके पास RT PCR नेगेटिव रिपोर्ट होनी चाहिए वरना हम उनका टेस्ट करेंगे। विशेष उड़ानों की जांच की जाएगी।
गृह मंत्रालय ने गठित की टीम
दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई कथित हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि मंत्रालय के एक अतिरिक्त सचिव के नेतृत्व में दल पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गया है। गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को भी कानून-व्यवस्था की स्थिति, खासकर चुनाव के बाद हिंसा के संबंध में रिपोर्ट भेजने के लिए कहा है।
विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन के काफिले पर हमला
वहीं केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन की कार पर पश्चिम मिदनापुर जिले के पंचकुरी गांव में गुरुवार को हमला किया गया। वह बीजेपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ चुनाव बाद कथित रूप से हिंसा के सिलसिले में इलाके का दौरा कर रहे थे। मुरलीधरन ने ट्विटर पर आरोप लगाया कि उनके काफिले पर हमले में ‘टीएमसी के गुंडों’ का हाथ है। मुरलीधरन ने कहा, 'मैं पश्चिम मिदनापुर में पार्टी के उन कार्यकर्ताओं से मिलने गया था जिन पर हमला किया गया है और जिनके घरों में तोड़फोड़ की गई है। मैं अपने काफिले के साथ एक घर से दूसरे घर जा रहा था और तभी लोगों का एक समूह अचानक हमारी ओर बढ़ने लगा तथा हमला कर दिया।'