- उत्तराखंड पुलिस की मिशन मर्यादा को सफलता, 15 जुलाई से अब तक 10 हजार से अधिक लोगों पर कार्रवाई
- मिशन मर्यादा के तहत 1870 लोग भेजे गए जेल
- 15 जुलाई से धार्मिक और पर्यटक स्थानों पर चलाया जा रहा है अभियान
उत्तराखंड पुलिस इस समय धार्मिक नगरी हरिद्वार और दूसरे जगहों पर मिशन मर्यादा चला रही है। इस मिशन के तहत उन लोगों पर कार्रवाई की जाती है जो धार्मिक जगहों पर हुड़दंग की घटनाओं में लिप्त पाए जाते हैं। इस मिशन के तहत करीब 1900 लोगों को जेल भेजने के साथ साथ फाइन भी लगाया गया। हुड़दंग मचाने वालों से करीब 19.5 लाख रुपए की वसूली भी की गई है।
15 जुलाई से मिशन मर्यादा का आगाज
मिशन मर्यादा को 15 जुलाई 2021 से चलाया जा रहा है, इसका मकसद धार्मिक जगहों की मर्यादा को बनाए रखना है, इसके साथ ही पर्यटन स्थलों पर गंदगी को रोकना भी है। इस अभियान में अब तक 10 हजार से अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई है। अब सवाल यह है कि इस मिशन के शुरू करने के पीछे की वजह क्या थी। दरअसल उत्तराखंज के धार्मिक स्थलों पर देश भर के लोग आते हैं। अक्सर ऐसा देखा गया कि पर्यटक इस तरह का व्यवहार करते थे जिसे मर्यादित नहीं कहा जा सकता था। हुक्का बार या अश्लील डांस को रोकने के लिए मिशन मर्यादा को शुरू किया गया।
हुक्का और अश्लील डांस का वीडियो हुआ था वायरल
कुछ समय पहले हरिद्वार कुछ लोग हरकी पैड़ी के पास हुक्का पी रहे थे। इसके साथ हंगामा भी कर रहे थे। स्थानीय लोगों और पंडों ने उन लोगों को रोकने की कोशिश की लेकिन झगड़ा हो गया। जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और हंगामा करने वालों को गिरफ्ताप किया। इसके अलावा हरिद्वार से ही एक और वीडियो वायरल हुआ था। गंगा घाट पर कुछ लोग अश्लील गानों पर डांस कर रहे थे। पर्यटकों की इन हरकतों को लेकर स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई थी। इसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने विशेष अभियान शुरू किया है। इस मिशन के तह खासकर गंगा किनारों पर नशा और हंगामा करने वालों को तुरंत गिरफ्तार करने के साथ उनका चालान भी किया जाता है।
देवभूमि की मर्यादा बनाए रखने के लिए अभियान
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक इस तरह की हरकतों को रोकने के लिए 15 जुलाई को मिशन मर्यादा अभियान को शुरू किया गया। राज्य में पर्यटन और तीर्थ स्थलों की मर्यादा बनी रहे इसलिए सतर्कता बरतने का फैसला किया गया। वायरल हुए वीडियो से पूरे देश में गलत संदेश गया है और उस तरह के लोगों पर नकेल कसने के लिए इस अभियान को जारी रखा जाएगा।