- मुरादनगर श्मशान घाट पर लिंटर गिरने से 24 लोगों की हुई थी दर्दनाक मौत
- मुख्य आरोपी इसका निर्माण कराने वाले ठेकेदार अजय त्यागी फरार चल रहा था
- गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार को उसे अरेस्ट कर लिया, उसपर 25 हजार का इनाम था
इतवार को दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मुरादनगर में एक भयानक हादसा हुआ था यहां एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल होने आए लोगों पर जो अंत्येष्टि के समय बारिश से बचने को श्मशान घाट में एक बरामदे के नीचे खड़े थे उसका लिंटर भरभरा कर गिर गया जिसके नीचे दबकर 24 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 15 लोग इस हादसे में घायल हो गए थे, इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी इसका निर्माण कराने वाले ठेकेदार अजय त्यागी को अरेस्ट कर लिया है उसपर 25 हजार का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था। श्मशान घाट में घटिया निर्माण के चलते छत गिर गई थी जिसके चलते यह हादसा हुआ था।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुरादनगर की छत ढहने की घटना में जान गंवाने वालों के लिए 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की हैं वहीं ठेकेदार और इंजीनियर पर एनएसए लगा है।
अजय त्यागी की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस की करीब पांच टीमें लगी थीं इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि अजय त्यागी देखा गया है जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गाजियाबाद के बाहर से अजय त्यागी को दबोच लिया।
इस घटना में ठेकेदार, नगरपालिका की कार्यपालन अधिकारी समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी, ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि ठेकेदार फरार चल रहा था जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
कमिश्नर और गाजियाबाद के डीएम समेत कई बड़े अधिकारियों पर गिर सकती है गाज
गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिरने से 24 लोगों की मौत की घटना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अफसरों से बेहद नाराज हैं। मुख्यमंत्री ने मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। कमिश्नर और गाजियाबाद के डीएम समेत कई बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है। मुरादनगर की घटना से नाराज मुख्यमंत्री सोमवार को अधिकारियों पर जम कर बरसे। घटना को अफसरों की गंभीर लापरवाही करार देते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस तरह की लापरवाही अक्षम्य है। ऐसे अपराध करने वाले अफसरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
छत गिरने से 24 लोगों की हुई मौत, 15 घायल
गौरतलब है कि गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार दोपहर श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से मलबे में दबकर 24 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए । मामले में पुलिस ने ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों पर आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), धारा 337 (किसी व्यक्ति को खतरा पहुंचाना), धारा 338 (व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरा पैदा करने वाली चोट), धारा 409 - (धन का गबन, सरकारी कर्मचारी द्वारा विश्वास का आपराधिक हनन), धारा 427 (बुरी नीयत से कार्य) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।