- केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों को भरोसा दिया
- एमएसपी बंद नहीं होने की बात कही, बोले-बात करने के लिए तैयार
- किसान संघों ने 25 सितंबर को किया है भारत बंद का आह्वान
नई दिल्ली : कृषि सुधार विधेयकों के खिलाफ किसानों एवं विपक्षी पार्टियों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए सरकार ने एक बार फिर उन्हें भरोसा देने की कोशिश की है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि यदि कोई किसान इन विधेयकों पर बात करना चाहता है तो सरकार आधी रात को भी वार्ता करने के लिए तैयार है। भाजपा ने कांग्रेस पर 'दोहरा चरित्र' रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी को पहले 2019 के अपने घोषणापत्र से अलग कर लेना चाहिए। कांग्रेस ने अपने इस घोषणापत्र में वही बात कही है जिसे सरकार ने आज पूरा किया है।
'सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध'
एक संवाददाता सम्मेलन में तोमर ने कहा कि सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है और इन नए विधेयकों से किसानों को अपने उत्पाद की अच्छी कीमत मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'यदि किसान बात करना चाहते हैं तो सरकार इन विधेयकों पर आधी रात को भी बातचीत के लिए तैयार है।'
एमएसपी पहले की तरह जारी रहेगी-तोमर
किसानों को भरोसा देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एमएसपी पहले की तरह जारी रहेगा। राहुल गांधी के इस आरोप पर कि मोदी सरकार ने किसानों को नुकसान पहुंचाया है और वह अब 'पीआर' कर रही है, तोमर ने कहा कि कांग्रेस यदि इन विधेयकों का विरोध करना चाहती है तो उसे पहले अपने चुनावी घोषणापत्र से अलग कर लेना चाहिए। राहुल गांधी यदि 2019 के अपने घोषणापत्र से सहमत हैं तो उन्हें किसानों को जागरूक करने के प्रयासों में साथ देना चाहिए।
किसानों का आज 'भारत बंद'
गौरतलब है कि इन विधेयकों के खिलाफ किसान संघों ने 25 सितंबर को 'भारत बंद' का आह्वान किया है। अपने प्रदर्शन के दौरान किसान राजमार्ग और रेल मार्ग बाधित कर सकते हैं। ऑल इंडिया किसान संघर्ष समिति, ऑल इंडिया किसान महासंघ और भारतीय किसान यूनियन ने राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है। विपक्ष की करीब 18 पार्टियां इन किसानों का समर्थन कर रही हैं। समझा जाता है कि इस बंद को सीटू, एआईटीयूसी और हिंद मजदूर सभा का भी समर्थन मिल सकता है।