- साल 1990 के दशक से एक-दूसरे की सहयोगी रहे जदयू और भाजपा
- हाल में अग्निपथ योजना और जाति जनगणना जैसे मुद्दों पर अलग रही राय
- राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति चुनावों में राजग के उम्मीदवारों का किया सपोर्ट
JDU BJP Breakup in Bihar: बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मंगलवार (नौ अगस्त, 2022) को तगड़ा झटका लगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से एनडीए को दगा दे गए, जिसके बाद वहां जेडीयू और बीजेपी का गठजोड़ टूट गया। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
ऐसा कहा जा रहा है कि वह अब महागठबंधन से हाथ मिलाएंगे। कुमार शाम चार बजे राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करेंगे। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि सीएम ने राज्यपाल से भेंट के लिए वक्त मांगा।
सूत्रों के हवाले से एएनआई ने बताया कि मीटिंग के दौरान जेडीयू के कई एमएलए और एमएलसी ने सीएम नीतीश को चेताते हुए कहा कि मौजूदा गठबंधन साल 2020 से जेडीयू और उनके लोगों को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। चिराग पासवान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि वह भी एक उदाहरण थे। इन नेताओं ने यह भी कहा- अगर सीएम अब अलर्ट न हुए तो फिर यह पार्टी के लिए अच्छी बात न होगी।
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इस बीच, दिल्ली में बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज़ हुसैन ने पत्रकारों को बताया था- मुझे इस बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। मैं पटना जा रहा हूं... हम दिन रात मेहनत करके उद्योग पटरी पर लाए हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि उद्योग पटरी पर रहेगा। मैं तीन बजे की फ्लाइट से पटना रवाना हो रहा हूं।
रोचक बात है कि कुमार की ओर से एक बड़ा सियासी कदम उठाए जाने से जुड़ी अटकलों के बीच राजधानी पटना में सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) और विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की समानांतर बैठकों का दौर चला। सूत्रों की मानें तो जदयू के सांसदों और विधायकों की मीटिंग सीएम की मौजूदगी में उनके आधिकारिक आवास एक अणे मार्ग पर हुई।
विपक्षी पार्टी राजद के विधायकों की बैठक पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी के दस सर्कुलर रोड स्थित आवास पर बुलाई।
बता दें कि बिहार विधानसभा में भाजपा के पास 77 , जद (यू) के पास 45, कांग्रेस के 19, सीपीआईएमएल (एल) के नेतृत्व वाले वाम दलों के पास 16 और राजद के पास 79 सीटे हैं।