- अखबार ने कहा है कि भारत में कई समस्याएं हैं लेकिन अभी देश एकजुट है
- संकट के इस दौर में भारत के लोग प्रधानमंत्री मोदी के पीछे खड़े हो गए हैं
- अखबार ने माना कि ट्रंप और पुतिन की तुलना में ज्यादा लोकप्रिय हैं मोदी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कार्यकाल की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक का सामना कर रहे हैं। कोविड-19 को सबसे बड़ी चुनौती कहा जाए तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी। हाल के दिनों में कोविड-19 से निपटने में भारत सरकार के कदमों एवं प्रयासों की सराहना पश्चिमी मीडिया ने की है। अब न्यूयॉर्क टाइम्स ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि संकट के समय पूरा भारत मोदी के पीछे खड़ा हो गया है। भारत के लोग अपनी समस्याओं को भुलाकर पीएम मोदी का साथ दे रहे हैं।
कुछ समय पहले भारत में हालात ठीक नहीं थे
समाचार पत्र के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब फरवरी में भारत की यात्रा पर थे तो उस समय भारत के हालात ठीक नहीं थे। राजधानी दिल्ली सांप्रदायिक हिंसा की शिकार थी और देश में सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे थे। अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं होने से लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा था। दुनिया अब कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ रही है। भारत में आर्थिक सहित कई समस्याएं हैं लेकिन संकट के इस दौर में भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे खड़ा हो गया है।
सर्वे में मोदी की लोकप्रियता ज्यादा बढ़ी
अखबार के मुताबिक हाल के सर्वे में यह बात सामने आई है कि पिछले कुछ महीनों में मोदी की लोकप्रियता पहले से ज्यादा बढ़ी है। यह लोकप्रियता बढ़कर कहीं 80 तो कहीं 90 प्रतिशत हो गई है। पीएम मोदी की तुलना अक्सर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से होती है लेकिन वह इन दोनों नेताओं की तुलना में इस संकट से ज्यादा प्रभावी तौर पर निपटे हैं।
यह संकट लोगों को मोदी के नजदीक ला रहा
कुछ विश्लेषकों का मानना है कि भारत कोरोना संकट से ठीक तरीके से निपटने में यदि कामयाब हो जाता है तो पीएम मोदी और उनकी पार्टी हिंदुत्व केंद्रित नीतियों को आगे बढ़ाएंगे। अखबार का कहना है कि पाकिस्तान के साथ आई रिश्तों में तल्खी से पीएम मोदी के चुनाव अभियान को मजबूती मिली। कुछ इसी तरह कोरोना वायरस का संकट पीएम के राजनीतिक एजेंडे के प्रति चिंता रखने के बावजूद लोगों को उनके नजदीक ला रहा है।
यह सफलता स्थायी रह सकती है
विश्लेषकों का कहना है कि पीएम मोदी की सफलता ज्यादा स्थायी रह सकती है। उन्हें लोगों को प्रेरित करने वाला बताया जाता है। वह 'प्रजा पीड़क' नहीं हैं। इसका पता इसी से चलता है कि उन्होंने लॉकडाउन को देश में महज चार घंटे पहले लागू किया और इसका समर्थन पूरे देश ने किया। 'जनता कर्फ्यू' और कोरोना वैरियर्स के सम्मान में लोगों का सहयोग भी यही दर्शाता है।