नई दिल्ली : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने कहा है कि भारत दुनिया के उन देशों में है, जो 7 जनवरी को चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आने पर ही सजग हो गया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने 8 जनवरी को ही विशेषज्ञों के साथ काम करना शुरू कर दिया था और 17 जनवरी को एक स्वास्थ्य परामर्श भी जारी किया गया था।
'आगामी सप्ताह बेहद अहम'
देश के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से यह प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है, जबकि सरकार आरोप लगाए रहे हैं कि इस घातक संक्रमण की रोकथाम को लेकर लॉकडाउन सहित अन्य मुद्दों को लेकर उचित रणनीति नहीं अपनाई गई। इन सबसे अलग केंद्रीय मंत्री का कहना है कि सरकार ने इस पर त्वरित प्रतिक्रिया दी थी और शुरुआती चरण में ही महत्वपूर्ण कदम उठाए गए। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी दो-तीन सप्ताह बेहद अहम हैं।
3 मई तक बढ़ चुका है लॉकडाउन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 'कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर आगामी दो-तीन सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण हैं।' उनका यह बयान ऐसे समय में आया है, जबकि देश में कोरोना संक्रमण के मामले 12 हजार के करीब पहुंच चुके हैं और मरने वालों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन की अवधि आगामी 3 मई तक बढ़ा दी है और केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इस संबंध में दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
'अभी 400 जिलों में संक्रमण नहीं '
डा. हर्षवर्द्धन ने यह भी बताया कि देशभर में अभी करीब 400 जिले ऐसे हैं, जहां कोरोना का संक्रमण नहीं पहुंचा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन यह सुनिश्चित करने में सफल रहा है कि वायरस का संक्रमण सबसे अधिक कहां है। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 11,933 हो गए हैं, जिनमें से 10197 एक्टिव केस हैं। वायरस से संक्रमित 1344 लोग ठीक हुए हैं, जबकि 392 की मौत हुई है।
'महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर, पर...'
बिहार और महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'बिहार में फिलहाल बहुत समस्या नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर है, खासकर मुंबई में। कर्नाटक में भी हालात गंभीर हैं। लेकिन मैं तीनों राज्यों के प्रशासन के आत्मविश्वास को देखकर खुश हूं, खास तौर पर महाराष्ट्र के सचिव ने जब कहा कि 'हम इसका निपटारा कर लेंगे।'