- उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर और मेरठ में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की तैयारियों एवं सेवाओं पर रख रहे हैं करीबी नजर
- मुख्यमंत्री ने सोमवार को किया नोएडा का दौरा, लापरवाही बरतने पर अधिकारियों को फटकारा
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में हाल के दिनों में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में तेजी देखने को मिली है। राज्य के गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और मेरठ में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले मिले हैं। आंकड़ों पर अगर गौर करें तो यूपी में कोरोना वायरस के 61 फीसदी मामले नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ से ही सामने आए हैं। राज्य में वायरस से संक्रमण के अब तक 96 केस सामने आ चुके हैं। इनमें से अकेले नोएडा और गाजियाबाद के 45 केस हैं। नोएडा में वायरस से संक्रमण के 38, गाजियाबाद में 7 और मेरठ में 19 मामलों की पुष्टि हुई है।
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के सर्विलांस अधिकारी डॉ. विकासेंदु अग्रवाल का कहना है कि इन तीन जिलों में वायरस से संक्रमण के और मामले आ सकते हैं। उन्होंने कहा, 'मेरठ में करीब 35 और गाजियाबाद में 28 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। गाजियाबाद में एक आवासीय कॉलोनी को लॉक किया गया है। साथ ही इस कॉलोनी के पांच किलोमीटर के दायरे को भी सील किया गया है। मेरठ के कुछ इलाकों में को भी लॉकडाउन किया गया है।' अधिकारी ने बताया कि अधिकारी राज्य में करीब 10 हजार से ज्यादा लोगों पर नजर रखे हुए हैं।
अधिकारी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में 2430 लोगों की स्क्रीनिंग हुई है और इनमें से अब तक 96 लोग कोरोना वायरस के पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि 89 संदिग्ध लोगों की जांच रिपोर्ट की अभी प्रतीक्षा है।' उन्होंने कहा कि अच्छी बात यह है कि कोविड-19 के संक्रमण से तीन लोग ठीक हुए हैं। अधिकारी ने कहा, 'संक्रमण से अब तक 17 लोग ठीक हो चुके हैं। इनमें से दो लोग नोएडा और एक व्यक्ति आगरा से है।' अधिकारियों ने कहा है कि जो लोग क्वरेंटाइन का उल्लंघन करेंगे उनके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस के खिलाफ अपनी सरकारी मशीनरी को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है। वह खुद वायरस से लड़ने की अपनी तैयारियों एवं सेवाओं का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सोमवार को नोएडा में तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में आधी-अधूरी तैयारी के लिए उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। खासतौर पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह को मुख्यमंत्री ने विशेष तौर पर डांटा। इसके बाद जिलाधिकारी का तबादला कर दिया गया।