- कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओडिशा 1000 बिस्तरों की सुविधा वाले दो अत्याधुनिक अस्पताल बनाने जा रहा है
- ये दोनों अस्पताल अगले 15 दिनों में बनकर तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद ओडिशा ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा
- कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी ने 25 मार्च को 21 दिनों के लिए पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी
भुवनेश्वर : देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए ओडिशा दो बड़े अस्पताल बनाने जा रहा है। इन अस्पतालों में 1000 बिस्तरों की सुविधा होगी, जहां कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज होगा। इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निर्देश पर राज्य में अत्याधुनिक सुविधा वाले दो बड़े अस्पतालों के निर्माण का फैसला लिया गया है।
15 दिनों में बनकर तैयार होंगे अस्पताल
राज्य सरकार ने इसके लिए SUM और KIIMS मेडिकल कॉलेज के साथ दो त्रिपक्षीय समझौते किए हैं, जिसके तहत राजधानी भुवनेश्वर में कोरोना वायरस के मरीजों का उपचार करने के लिए 1000 बिस्तरों वाले दो अत्याधुनिक अस्पताल बनाए जाएंगे। दोनों अस्पताल अगले 15 दिनों में बनकर तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद यहां मरीजों का उपचार शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही ओडिशा इतनी कम अवधि में खास तौर पर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए इतने बड़े अस्पताल का निर्माण करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
सीएम पटनायक की अपील
भुवनेश्वर में इन अस्पतालों का निर्माण CSR फंडिंग के जरिये होगा, जो ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन व महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड की ओर से दी जाएगी। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अस्पतालों के निर्माण के लिए आगे आने वाले साझेदारों व कॉरपोरेट जगत का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री से भी अपील की कि कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के कारण ओडिशा के लोग जिन राज्यों में भी फंसे हैं, उन्हें वहां मौलिक सुविधाएं व सुरक्षा मुहैया कराएं।
बढ़ रहे हैं COViD19 के मामले
यहां उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस संक्रमण के कारण देश में 13 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 649 लोग इससे संक्रमित हैं। बीते 24 घंटों में यहां कोरोना वायरस के 42 नए मामले सामने आए हैं। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को 21 दिनों के लिए पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस घातक बीमारी से पूरी दुनिया में 22,025 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 486,863 लोग इससे संक्रमित हुए हैं।