देश में ओमीक्रॉन का पता लगाने के लिए अब तक कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाता था लेकिन जैसे-जैसे मामले बढ़ते गए कई राज्य सरकारों की तरफ से ये कहा गया कि हर कोविड सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराना संभव नहीं है। इस परेशानी को दूर करने के लिए TATA MD ने ओमीक्रॉन डिटेक्ट करने वाली किट निर्मित की है जिसका नाम ओमीश्योर (Omisure) है। ये एक मात्र किट है जिसे 3 जनवरी को ICMR से मंजूरी मिली है, जो ओमीक्रॉन का पता लगाने में कारगर साबित हुई है। इस किट से ये आसानी होगी कि हर कोविड सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए नही भेजना होगा। इस किट से व्यक्ति कोविड पॉजिटिव है या नहीं इसका पता भी लग जाएगा और ओमीक्रॉन का भी पता चल जाएगा।
TATA MD के R&D हेड डॉक्टर वी रवि ने टाइम्स नाउ नवभारत से खास बातचीत की
डॉक्टर रवि ने बताया की इस किट का पहले ऑर्डर ओड़िशा सरकार से मिला है जो की सोमवार को ही मिला है। 5 लाख टेस्ट्स के लिए 12-13 अन्य राज्यों की सरकारें भी संपर्क में हैं, लेकिन उससे पहले हम 12 जनवरी को कई प्राइवट लैब्ज को ये किट सप्लाई कर देंगे।
यह किट 2.5 घंटे में बता देगी कि व्यक्ति को ओमीक्रॉन है या फिर कोई दूसरा वेरिएंट है। इस किट की एफेसेंसी 99% हैं और बाकी जितनी किट मार्केट में मौजूद हैं वह गलत हैं क्योंकि कोई भी ICMR अप्रूव्ड नहीं हैं। इस किट को टाटा लैब को महज 250 रुपए में बेचेगा। आगे लैब को तय करना है कि वह आम आदमी से कितना पैसा चार्ज करती हैं। यह किट एक RT-PCR किट ही है। इसके लिए अलग से ट्रेनिंग की जरूरत नहीं है।
डॉक्टर रवि बताते हैं कि सही इलाज के लिए ये पता करना जरूरी है कि व्यक्ति को ओमीक्रॉन वेरिएंट है या फिर डेल्टा, क्योंकि देश में देखा गया हैं की बीमार मरीजों में ओमीक्रॉन का खास असर देखने को मिल रहा है। अभी राज्य सरकारें एस-जीन का पता लगाने के लिए थर्मो फिशर टेस्ट किट का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि डेल्टा में नहीं होता। यह टेस्ट किट भारत में निर्मित नहीं होता है। नई टेस्ट किट ओमिश्योर में बहुत अधिक सटीकता है और यह वायरस को बेहतर तरीके से ट्रैक करने में मदद करेगी।
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Omicron के 4400 से ज्यादा केस
देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में देश में 1,68,063 कोरोना के मामले आए हैं, जिसमें से 4461 मामले ओमीक्रॉन के हैं। डेली पॉजिटिविटी रेट 10.24% है। अगर सिर्फ ओमीक्रॉन की बात करें तो सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में 1247 हैं और उसके बाद राजस्थान में 645, तीसरे नंबर पर दिल्ली है, जहां 546 मामले हैं। दिल्ली दूसरे पायदान से तीसरे पर आया है। लेकिन दिल्ली में कुल कोरोना के मामले 19,166 आए हैं जो दो दिन के मुकाबले कम हैं। दिल्ली में संक्रमण दर 25 फीसदी तक पहुंच गया है।
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