- कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में आती है तो उनकी प्राथमिकता अपनी तिजोरी भरना क्यों होता है?
- जवान जब बुलेटप्रूफ जैकेट मांग रहे होते हैं तो ये VVIP चौपर क्यों खरीद रहे होते हैं?
- कहीं भी भ्रष्टाचार है तो कांग्रेस पार्टी का तार है।
नई दिल्ली: पांच राज्यों में चुनावों की गहमागहमी और देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एक बार फिर कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि दायर मुकदमे में ये कहते है कि जो करार संजय भंडारी और थेल्स कंपनी में हुआ है उसमें करीब-करीब 170 करोड़ की रिश्वत संजय भंडारी को मिलनी थी, जो तथ्य सामने आए हैं उसमें 75 करोड़ रुपये UPA सरकार के समय में इन्हें मिल गए हैं।
आज कई मीडिया चैनल्स में और अखबारों में ये खबर आई है। संजय भंडारी जो कि रॉबर्ट वाड्रा के घनिष्ठ मित्र हैं, ये लंदन में एक मुकदमा दायर करते हैं। इस मुकदमे में उन्होंने खुद स्वीकारा है कि 2011 में इनका और एक थेल्स कंपनी जो कि लड़ाकू विमान के अपग्रेड करने का कार्य करती है।
आज ये सवाल उठता है कि कांग्रेस पार्टी जब सत्ता में आती है तो उनकी प्राथमिकता अपनी तिजोरी भरना क्यों होता है? जवान जब बुलेटप्रूफ जैकेट मांग रहे होते हैं तो ये VVIP चौपर क्यों खरीद रहे होते हैं?
इस खबर आने के बाद पता चल गया है कि कहीं भी भ्रष्टाचार है तो कांग्रेस पार्टी का तार है। ये जो कमीशनखोरी का कल्चर है, ये कांग्रेस पार्टी में ऐसी व्यवस्था बनी हुई थी कि वो रक्षा सौदों में भी कमीशनखोरी करते थे। भ्रष्टाचार कांग्रेस सरकार में कूट-कूट के भरा हुआ है।