- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वर्गीय राम विलास पासवान को उनकी बरसी पर संदेश लिख कर किया याद
- बेटे चिराग ने ट्वीट कर दी जानकारी और पीएम का सम्मान के साथ प्रकट किया आभार
- चिराग ने पटना में पटना में रखा है स्वर्गीय रामविलास पासवान की बरसी का कार्यक्रम
नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राम विलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की आज पहली बरसी है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक संदेश लिख कर दिवंगत नेता को याद किया। रामविलास पासवान के बेटे और लोजपा नेता चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए पीएम मोदी का आभार जताया। पीएम मोदी ने अपने खत में रामविलास पासवान के संघर्षपूर्ण जीवन का जिक्र करते हुए उनके सम्पूर्ण जीवन के उपलब्धियों की सराहना की और उस पर रोशनी डाली।
चिराग का ट्वीट
पीएम ने स्वर्गीय रामविलास पासवान को महान सपूत , बिहार का गौरव व सामाजिक न्याय का मसीहा कहा। प्रधानमंत्री के पत्र को ट्वीट करते हुए चिराग पासवान ने लिखा, 'पिता जी के बरसी के दिन आदरणीय प्रधानमंत्री जी का संदेश प्राप्त हुआ है। सर आपने पिता जी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरो कर उनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों का सम्मान किया है व उनके प्रति अपने स्नेह को प्रदर्शित किया है। यह पत्र मेरे और मेरे परिवार को इस दुःख की घड़ी में शक्ति प्रदान करता है। आप का स्नेह व आशीर्वाद हमेशा बना रहे।'
पटना में है कार्यक्रम
राम विलास पासवान की पुण्यतिथि को मनाने के लिए पटना में कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कई विपक्षी नेताओं के साथ साथ चिराग पासवान के चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति नाथ पारस भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। राम विलास पासवान की मौत के बाद चाचा और भतीजे में राजनीतिक दूरी आ गई है और इन सबके बीच पहली बार होगा जब चाचा और भतीजे एक मंच पर एक साथ दिखेंगे। चिराग पासवान और पशुपति नाथ पारस के बीच पार्टी में वर्चस्व को लेकर लड़ाई चल रही है।
गले शिकवे होंगे दूर?
माना जा रहा है कि राम विलास पासवान की पहली बरसी पर आपसी गिले-शिकवे भूल कर पूरा परिवार अपनी एकता का संदेश देने का काम करेगा। चिराग पासवान खुद कार्यक्रम का निमंत्रण लेकर पशुपति नाथ पारस के घर पहुंचे थे जिसके बाद पशुपति नाथ पारस ने कार्यक्रम में शामिल होने पर हामी भरी थी। हालांकि पारस पहले ही साफ कर चुके हैं कि चिराग से पारिवारिक रिश्ते अलग हैं और राजनीतिक मामले अलग हैं। इस बीच केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने अपने बड़े भाई और दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को भारतरत्न देने और पटना में राष्ट्रीय स्मारक बनाने की मांग की है।