- अफगानिस्तान से नागरिकों को लेकर अब तक 4 फ्लाइट दिल्ली पहुंच चुकी हैं
- सरकार वहां फंसे सभी भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए अभियान चला रही है
- भारतीय नागरिकों को निकालने में अमेरिका का भी मदद ले रही सरकार
नई दिल्ली : अफगानिस्तान से भारतीय नागरिकों को निकाले जाने की प्रक्रिया जारी है। सोमवार को काबुल से 135 नागरिकों को लेकर फ्लाइट दिल्ली पहुंची। अफगानिस्तान से अब तक चार फ्लाइट दिल्ली आ चुकी हैं। रविवार को काबुल से आई फ्लाइट में भारतीय नागरिकों सहित दो अफगानी सांसद भी मौजूद हैं। अफगानिस्तान से भारत पहुंचे नागरिकों का आरटीपीसीआर टेस्ट किया जा रहा है। यह फ्लाइट दोहा के रास्ते हिंडन एयरपोर्ट हुंची है। काबुल एयरपोर्ट पर एक प्लेन को तैयार रखा गया है।
अन्य देशों के रास्ते भारत पहुंचे रहे लोग
फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे सुनील ने बताया कि वह गत 14 अगस्त को अफगानिस्तान से निकले। अमेरिका का एक विमान उन्हें लेकर कतर पहुंचा, जहां एक सैन्य बेस में वह रुके। इसके बाद अमेरिकी दूतावास ने भारतीय दूतावास से संपर्क किया। इसके बाद भारतीय दूतावास के लोग हमें लेने के लिए आए।
अफगानिस्तान में फंसे अपने सभी नागरिकों को भारत सरकार वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है। सरकार का प्रयास है कि सभी भारतीय नागरिक सकुशल अपने देश लौटें।
काबुल पर 15 अगस्त को तालिबान का हुआ कब्जा
गत 15 अगस्त को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया। भारत अफगान राजधानी से पहले ही भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिये वहां से निकाल चुका था। सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी। भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों और वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था।
नागरिकों को निकालने में अमेरिका की मदद ले रहा भारत
अमेरिकी सैनिकों की वापसी की पृष्ठभूमि में तालिबान ने अफगानिस्तान में इस महीने तेजी से अपने पांव पसारते हुए राजधानी काबुल समेत वहां के अधिकतर इलाकों पर कब्जा जमा लिया है। अमेरिका की मदद से करीब 200 भारतीयों को निकालने के मिशन को अंजाम दिया गया। इन लोगों की वापसी के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अब ध्यान अफगानिस्तान की राजधानी से सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर होगा।