बेंगलुरु : भारत-पाकिस्तान तनावपूर्ण संबंधों के बीच पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के 'क्षेत्र में शांति' को लेकर दिए गए बयान ने जहां कई लोगों को चौंकाया, वहीं भारत के खिलाफ पाकिस्तान की साजिशें भी कोई छिपी बात नहीं रह गई है। सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के बीच भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए पाकिस्तान ने अब अलग ही पैंतरा अपनाया है।
भारत से लगने वाली सीमा पर निगरानी और हथियारों, विस्फोटकों व नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए पाकिस्तान अब ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पर वर्ष 2019 में 167 बार ड्रोन देखे गए थे, जबकि 2020 में इस मोर्चे पर 77 बार ड्रोन देखे गए।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक राकेश अस्थाना के मुताबिक, ड्रोन के जरिये हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक और नशीले पदार्थ गिराने की घटनाएं हुई हैं, खासकर पंजाब और जम्मू सेक्टर में। बुधवार को बेंगलुरु में आयोजित एरो इंडिया 2021 प्रदर्शनी में औद्योगिक संस्था एफआईसीसीआई द्वारा आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर निगरानी करने और हथियारों, विस्फोटकों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए बेहद प्रभावी तरीके से ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है।
पाकिस्तान, कश्मीर में भी करता है ड्रोन का इस्तेमाल
यहां उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए भी ड्रोन का इस्तेमाल करता रहा है। अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर सेना व सीमा सुरक्षा बलों की मुस्तैदी के कारण घुसपैठ जैसी घटनाओं में कमी के बीच पाकिस्तान अब यहां आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहा है। इनके जरिये वह कश्मीर में हथियार, विस्फोटक पदार्थ के साथ-साथ ड्रग्स की भी सप्लाई करता है।
कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए वह सुरंगों का भी इस्तेमाल कर रहा है। हाल ही में सुरक्षा बलों ने कई ऐसी सुरंगों का पता लगाया है, जो नियंत्रण रेखा (LoC) तक जाती है। सुरक्षा बलों ने सीमा पार से आतंकियों को मदद के लिए भेजी जाने वाली कई ड्रोन्स को भी मार गिराया है। इन सबकके बीच अब बीएसएफ महानिदेशक ने एक बार फिर इसकी तस्दीक की है कि पाकिस्तान किस तरह भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए डोन्स का इस्तेमाल कर रहा है।
पाकिस्तानी सेना प्रमुख के जिस बयान ने चौंकाया
इस पाकिस्तानी सेना प्रमुख के उस बयानय ने लोगों को चौंका दिया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को एक शांतिप्रिय देश बताते हुए कहा कि यह सभी दिशाओं में शांति के लिए हाथ बढ़ाने का समय है। रावलपिंडी में पाकिस्तान वायु सेना अकादमी में एक समारोह के दौरान दिए गए उनके बयान को भारत के साथ बाचतीच की पेशकश के रूप में भी देखा जा रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण रिश्तों के बीच पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने एक ऐसा बयान दिया है जो उनकी छवि के उलट है। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं और इसे भारत के साथ बाचतीच की पेशकश के रूप में भी देखा जा रहा है। बाजवा ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान बयान देते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि सुरक्षित भविष्य के लिए शांति की स्थापना की जाए। बालाकोट एयर स्ट्राइक, सर्जिकल स्ट्राइक तथा जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद से भारत के खिलाफ लगातार आक्रामक जनरल बाजवा के रुख में अचानक आई इस नरमी ने कई लोगों को चौंकाया।