- टीएमसी के लिए चुनावी संभावनाओं का पता लगाने के लिए अगरतला पहुंची है आई-पैक की टीम
- टीएमसी का कहना है कि अगरतला के जिस होटल में टीम ठहरी है, वहां से उन्हें बाहर निकलने की इजाज नहीं
- पुलिस ने कहा कि उन्हें हिरासत में नहीं रखा गया है, कोविड के नियम प्रभावी हैं, यह नियमित जांच का हिस्सा है
अगरतला : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (PK) की इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (I-PAC) की एक टीम पिछले एक सप्ताह से अगरतला के एक होटल में ठहरी हुई है। तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कहना है कि इस टीम को होटल से बाहर जाने की इजाजत नहीं है। स्थानीय पुलिस इस टीम से पूछताछ कर रही है। आई-पैक की यह टीम त्रिपुरा में राजनीतिक जमीन एवं टीएमसी के लिए संभावित समर्थन का आंकलन करने के लिए वहां पहुंची है। त्रिपुरा में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की इकाई ने इसे 'लोकतंत्र पर हमला' करार दिया है।
अगरतला आने की वजहों के बारे में हो रही पूछताछ
टीएमसी का आरोप है कि पुलिस ने टीम के सदस्यों को होटल में 'सीमित' कर दिया है। पश्चिमी त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक मणिक दास ने कहा कि शहर के एक होटल में आई-पैक के 22 सदस्यों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि यह नियमित जांच के तहत हो रहा है। उन्होंने कहा, 'बाहर से आए ये करीब 22 लोग अलग-अलग जगहों पर घूम रहे थे। चूंकि कोविड प्रतिबंध अभी लागू हैं, इसलिए हम उनके होटल में ठहरने एवं यहां आने की वजहों के बारे में पूछताछ कर रहे हैं।'
टीएमसी ने कहा-यह लोकतंत्र पर हमला
टीएमसी की त्रिपुरा इकाई के अध्यक्ष आशीष लाल सिंह ने पुलिस की इस कार्रवाई को 'लोकतंत्र पर हमला' करार दिया। उन्होंने कहा कि सोमवार को आई-पैक के सभी सदस्यों की कोविड जांच हुई। अभी इनकी रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने कहा, 'यह लोकतंत्र पर हमला है। त्रिपुरा का निवासी होने के नाते मैं सदमे में हूं। यह त्रिपुरा की संस्कृति नहीं है। त्रिपुरा में अपनी सरकार का कुशासन और टीएमसी के प्रति लोगों का समर्थन देखकर भाजपा भयभीत हो गई है।'
'यह नियमित जांच का हिस्सा'
सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, 'आई-पैक की यह टीम गत रविवार रात से होटल में हिरासत में है। हालांकि, पुलिस टीम का कहना है कि यह नियमित जांच का हिस्सा है।' उन्होंने बताया कि आई-पैक की टीम जिसमें 23 सदस्य हैं, एक सप्ताह पहले राज्य में पहुंची। 'ग्राउंड जीरो' पर सर्वे करने के लिए इस टीम ने कई स्थानों का दौरा किया। इस टीम ने अन्य दलों के साथ भी चर्चा किया है। टीम 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए टीएमसी की संभावनाओं का आंकलन कर रही है।
हालांकि, जिले के पुलिस प्रमुख ने टीएमसी नेता के इस आरोप को खारिज किया है कि आई-पैक की टीम को हिरासत में रखा गया है। पुलिस अधिकारी ने इसे एक नियमित प्रक्रिया बताया।