- पिछले साल मार्च में किया गया था पीएम केयर्स फंड का गठन
- देश-दुनिया से लोगों ने इसमें खूब किया दान
- विपक्ष द्वारा इस फंड को लेकर सवाल भी खूब उठाए गए
नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के दौरान राहत प्रदान करने के लिए बनाए गए पीएम केयर्स फंड से टीकाकरण अभियान के पहले चरण के लिए 2200 करोड़ रुपए खर्च किए गए। बीजेपी ने भी इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है। पार्टी ने लिखा है, 'पीएम केयर्स फंड नागरिकों के जीवन के लिए बनी संजीवनी।'
इसमें बताया गया है कि पीएम केयर्स फंड से टीकाकरण के पहले चरण में 2200 करोड़ रुपए का योगदान दिया। वहीं देश में वेंटिलेटर खरीदने के लिए 2000 करोड़ रुपए का योगदान दिया। साथ ही कोरोना वैक्सीन की रिसर्च के लिए भी 100 करोड़ रुपए इस फंड से दिए गए।
विपक्ष ने उठाए थे सवाल
पीएम केयर्स फंड को लेकर कई सवाल भी उठे। पिछले साल सितंबर में संसद सत्र के दौरान कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए PM-CARES फंड की स्थापना की गई थी। मैं स्वास्थ्य मंत्री से पूछता हूं कि पीएम केयर्स फंड से आपके मंत्रालय और राज्य सरकारों को कितना फंड मिला है? इस सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, '50,000 मेड इन इंडिया वेंटिलेटर के लिए PM-CARES फंड से मेरे मंत्रालय को 893.93 करोड़ रुपए मिले।'
पिछले साल मार्च के आखिरी सप्ताह में पीएम केयर्स फंड की स्थापना की गई थी। 31 मार्च तक इस फंड में 3076 करोड़ रुपए आए। PM Cares Fund वेबसाइट पर प्रकाशित एक ऑडिट रिपोर्ट में 31 मार्च तक भारत और विदेशों से प्राप्त कुल दान की घोषणा की गई थी।
पीएम केयर्स में दान देने पर आयकर में पाएं छूट
पीएम केयर्स फंड में दान देने पर आयकर में शत प्रतिशत कटौती की घोषणा की गई थी। अध्यादेश के जरिए इस फंड में दिए गए योगदान पर 100 प्रतिशत की टैक्स छूट देने का प्रावधान किया गया था। पीएम केयर्स फंड में किए गए दान पर आयकर कानून की धारा 80जी के तहत 100 प्रतिशत कर कटौती होगी। पीएम केयर्स फंड में दिए गए दान पर सकल आय की 10 प्रतिशत कटौती की सीमा भी लागू नहीं होगी।