- पीएम मोदी की मां हीराबेन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है
- इस वीडियो में पीएम मोदी की मां जनता कर्फ्यू के समर्थन में थाली बजा रही हैं
- पीएम ने इस वीडियो के जवाब में ट्वीट करते हुए कहा- इससे आगे काम करने का संबल मिला
अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर रविवार को देशभर में सुबह सात बजे शुरू हुए जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। शाम को लोगों ने घंटी, थाली और ताली बजाकर चिकित्सा और अन्य क्षेत्रों से जुड़े उन सभी कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया जो संकट की इस घड़ी में मानवता के प्रति अपने दायित्व को अंजाम दे रहे हैं। इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें पीएम मोदी की मां हीराबेन का भी एक वीडियो वायरल हो रहा है।
पीएम ने दिया ट्वीट का जवाब
गुजरात में रहने वाली पीएम मोदी की मां हीराबेन इस वीडियो में थाली बजाते हुए नजर आ रही हैं और इस दौरान वीडियो में अंदर से शंख की ध्वनि भी सुनाई दे रही है। प्रधानमंत्री ने इस वीडियो के जवाब में भावुक ट्वीट करते हुए लिखा, 'मां...मां आप जैसी करोड़ों माताओं के आशीर्वाद से कोरोना वायरस से लड़ रहे डॉक्टर, नर्स, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी, सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी और मीडियाकर्मी जैसे अनगिनत लोगों को बहुत प्रेरणा मिली। आगे काम करने का संबल मिला।'
पूरे देश ने किया समर्थन
इससे पहले पूरे देश में लोगों ने रविवार शाम को घंटी, थाली और ताली बजाकर चिकित्सा और अन्य क्षेत्रों से जुड़े कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया जो कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे हैं। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अभूतपूर्व ‘जनता कर्फ्यू’ के आह्वान का समर्थन करते हुए डॉक्टरों, नर्सों और अन्य आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए पांच बजते ही देशभर के लोग अपनी बालकनी, लॉन, और छतों पर बाहर निकल आए और तालियों की गड़गड़ाहट से आकाश गूंज उठा।
भारत में सात की मौत
आपको बता दें कि देश में कोरोना वायरस अब तक 340 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं जिसमें से सात लोगों की मौत हो चुकी है। दुनियाभर के 170 देशों में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों में से 13,444 की मौत हो चुकी हैं जबकि 308,130 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। ये आंकड़े अंतरराष्ट्रीय समयानुसार रविवार सुबह 11 बजे तक के हैं। चीन, इटली, स्पेन और ईरान भी इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।