नई दिल्ली : कोविड-19 संकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की। मंगलवार को पीएम की 21 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस संकट पर बातचीत हुई। देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद मुख्यमंत्रियों के साथ पीएम की यह छठवीं बैठक है। आज की बैठक में उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात के मुख्यमंत्री शामिल हुए। पीएम ने मंगलवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में अब 'ग्रीन शूट्स' दिखने लगे हैं। बैठक की शुरुआत में प्रधानमंत्री ने गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सैनिकों की यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हालांकि, उन्होंने चीन का नाम नहीं लिया। पीएम ने कहा कि उकसावे की कार्रवाई पर भारत करारा जवाब देगा।
PM मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की मुख्य बातें
- देश में कोरोना मरीजों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए हमारी प्राथमिकता स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने पर होनी चाहिए। हमें टेस्टिंग बढ़ानी होगी ताकि हम संक्रमण के स्रोत का पता लगाकर संक्रमित व्यक्ति को आइसोलेशन में रख सकें। कोरोना के प्रत्येक मरीज का उचित इलाज करने की जरूरत है।
- तीन महीने पहले दुनिया भर में पीपीई किट्स, डॉयग्नोस्टिक किट्स की कमी थी। हम इनके लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर थे लेकिन अब राज्यों तक एक करोड़ पीपीई किट्स एवं इतनी ही संख्या में एन-95 मास्क पहुंच गए हैं।
- पीएम ने कहा कि मौजूदा समय में देश में काफी कम लोगों को वेंटिलेटर और आईसीयू की जरूरत पड़ रही है। हम कोरोना से लड़ने में सक्षम और उसे नियंत्रित करने में सफल हुए हैं। ऐसा सही समय पर सही फैसला करने से संभव हुआ।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड-19 से ठीक हुए लोगों की संख्या देश में कोरोना के एक्टिव केस से ज्यादा हो गई है।
उकसाया गया तो देंगे करारा जवाब
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं देशवासियों को भरोसा देना चाहूंगा कि हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हमारे लिए देश की एकता एवं संप्रभुता सबसे ज्यादा अहमियत रखती है। भारत शांति चाहता है लेकिन उसे उकसाया गया तो वह करारा जवाब देने की क्षमता रखता है।'
बता दें कि गलवान घाटी में सोमवार रात हुई हिंसा में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए हैं।