- कोविड-19 की स्थिति पर प्रधानमंत्री ने सदन के नेताओं के साथ चर्चा की
- कुछ राजनीतिक दलों ने इस बैठक का बहिष्कार किया
- पीएम मोदी ने इस बैठक के लिए सदन के नेताओं से समय निकालने का आग्रह किया था
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर सदन के सभी नेताओं की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बैठक में मौजूद रहे। AIADMK, शिवसेना, एनसीपी, बीजेडी, तमिल मनीला कांग्रेस, टीएमसी, जेडीएस, टीआरएस, वाईएसआरसीपी, एलजेपी, बसपा, जदयू, एनडीपीपी बैठक में शामिल हुईं। विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इस बैठक का बहिष्कार किया। कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल सहित कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने इस बैठक का बहिष्कार किया।
संसदीय कार्य मंत्रालय ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने संसद के दोनों सदनों के सभी दलों के नेताओं के साथ बातचीत की ताकि उन्हें भारत में कोविड-19 के प्रक्षेप पथ और महामारी के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया से अवगत कराया जा सके। पीएम ने सभी नेताओं को बैठक में भाग लेने और बहुत ही व्यावहारिक इनपुट और सुझाव देने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों से इनपुट नीति डिजाइन में काफी मदद करते हैं। पीएम ने कहा कि महामारी को राजनीति का विषय नहीं बनाना चाहिए।
वहीं सरकार ने बताया, 'बैठक में पीएम मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा इंगित अग्रिम उपलब्धता के आधार पर जिला स्तर पर टीकाकरण अभियान की उचित योजना बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, इससे लोगों को कोई असुविधा न हो ये सुनिश्चित किया गया। पीएम मोदी ने नेताओं को भारत के टीकाकरण कार्यक्रम की बढ़ती गति के बारे में बताया कि कैसे पहली 10 करोड़ खुराक में लगभग 85 दिन लगे जबकि अंतिम 10 करोड़ खुराक में 24 दिन लगे। पीएम ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि अभियान शुरू होने के 6 महीने बाद भी बड़ी संख्या में हेल्थकेयर वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन मिलना बाकी है और कहा कि राज्यों को इसके प्रति और अधिक सक्रिय होने की जरूरत है।
कांग्रेस ने इसलिए किया बहिष्कार
बैठक में प्रधानमंत्री के अलावा राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया भी उपस्थित थे। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कहा है कि वह कोविड-19 पर सभी पार्टियों के सदन के नेताओं के साथ होने वाली सरकार की बैठक में शरीक नहीं होगी। राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस बैठक का बहिष्कार नहीं कर रही है, बल्कि वह इसमें शरीक नहीं हो रही है क्योंकि वह चाहती है कि सरकार संसद के दोनों सदनों में तथ्य प्रस्तुत करे। शिरोमणि अकाली दल भी बैठक में हिस्सा नहीं लेगा।
सोमवार यानी 19 जुलाई को मानसून सत्र से पहले मीडिया में बयान जारी करते हुए पीएम मोदी ने कहा था, 'मैंने सभी फ्लोर लीडर्स से भी आग्रह किया है कि अगर कल शाम को वे समय निकालें तो महामारी के संबंध में सारी विस्तृत जानकारी उनको भी मैं देना चाहता हूं। हम सदन में भी चर्चा चाहते हैं और सदन के बाहर भी सभी फ्लोर लीडर्स से, क्योंकि लगातार मैं मुख्यमंत्रियों से मिल रहा हूं। अलग-अलग फोरम में सब प्रकार की चर्चा हो रही है। तो फ्लोर लीडर्स से भी मैं चाहता हूं कि सदन चल रहा है तो एक सुविधाजनक होगा, रूबरू मिलकर उसकी बात होगी।