पश्चिम बंगाल में विधानसभा के चुनाव होने हैं औऱ वहां की सत्ता पर काबिज टीएमसी अपना किला बचाने की जुगत में लगी है तो वहीं बीजेपी राज्य में अपनी उपस्थिति जोरदार तरीके से दर्ज कराने की कोशिशों में जुटी है। साथ ही टीएमसी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन करने वालों की फेहरिस्त भी बढ़ती जा रही है, वहीं संडे को बीसीसीआई अध्यक्ष और सौरव गांगुली ने पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ से मुलाकात की, इस मुलाकात से राज्य का सियासी पारा गर्मा गया है और 'दादा' के बीजेपी ज्वाइन करने के कयासों को बवल मिला है।
राजभवन के सूत्रों ने हालांकि बताया कि यह ‘शिष्टाचार भेंट’ थी और इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। अगले साल अप्रैल-मई में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गांगुली के राजनीति में आने के कयास लगाए जा रहे हैं।गांगुली ने मुलाकात की वजहों को लेकर किए सवालों का जवाब नहीं दिया लेकिन धनखड़ ने कहा कि उन्होंने ‘विभिन्न मुद्दों’ पर चर्चा की।
राज्यपाल ने ट्वीट किया, 'बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से शाम साढ़े चार बजे राजभवन में विभिन्न मुद्दों पर संवाद हुआ। देश के सबसे पुराने क्रिकेट मैदान इडेन गार्डन का दौरा करने का उनका प्रस्ताव स्वीकार किया। इडेन गार्डन की स्थापना 1864 में हुई थी।'
राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने बीसीसीआई अध्यक्ष का यहां के इडेन गार्डन स्टेडियम में आने का न्योता स्वीकार कर लिया है। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि गांगुली के राज्यपाल से मुलाकात का संबंध राज्य की राजनीतिक गतिविधियों से नहीं है। गांगुली राजभवन शाम करीब साढ़े चार बजे पहुंचे और एक घंटे तक वहां रहे। वहीं सौरव गांगुली के राज्य की राजनीति में प्रवेश को लेकर हो रही चर्चाओं पर टीएमसी सांसद सौगत राय ने कहा कि अगर वह राजनीति में आते हैं तो मुझे खुशी नहीं होगी क्योंकि उनका राजनीति में कोई बैकग्राउंड नहीं है, इसलिए गांगुली यहां नहीं टिक पाएंगे।