नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के नवगठित जिले कोनासीमा का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने के प्रस्ताव के खिलाफ मंगलवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस की लाठी चार्ज के बाद राज्य के अमलापुरम शहर में आगजनी की घटना हुई।कई पुलिस वालों के जख्मी होने की बात कही जा रही है क्योंकि लाठी चार्ज के बाद प्रदर्शनकारियो ने पथराव किया। शहर में पुलिस की एक गाड़ी और एक शिक्षण संस्थान की बस में भी आग लगा दी गई।
परिवहन मंत्री पी. विश्वरुपु के कार्यालय पर भी हमला किया गया और वहां रखे फर्नीचर में तोड़फोड़ की गई। कई प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी किया और पुलिस को निशाना बनाने वाले वाहनों में आग लगा दी करीब 20 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं।
जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा क्षेत्र का नाम बदलकर 'डॉ बीआर अंबेडकर कोनसीमा' जिले के रूप में करने के फैसले के मद्देनजर आता है। पिछले हफ्ते बुधवार को सरकार ने प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर जनता की आपत्तियां या सुझाव मांगे थे।
कोनसीमा जिले में प्रदर्शनकारियों ने विधायक पोनदा सतीश के घर में आग लगा दी दृश्य में काला धुंआ निकलता दिख रहा था क्योंकि आग लगी थी और इलाके में भारी भीड़ जमा हो गई थी। राज्य की गृहमंत्री तानेती वनिता ने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक पार्टियों और असामाजिक तत्वों ने आगजनी को भड़काया उन्होंने कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि घटना में करीब 20 पुलिस कर्मियों को चोट आई हैं। हम मामले की जांच करेंगे और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाएंगे।'
पूर्वी गोदावरी जिले से अलग कर कोनासीमा जिले का गठन किया गया था
उल्लेखनीय है कि चार अप्रैल को पूर्वी गोदावरी जिले से अलग कर कोनासीमा जिले का गठन किया गया था। पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने कोनासीमा जिले का नाम बदलकर बीआर आंबेडकर कोनासीमा जिला करने की प्रारंभिक अधिसूचना जारी कर लोगों से आपत्ति आमंत्रित की थी।इस पृष्ठभूमि में कोनासीमा साधना समिति ने नाम बदलने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई और जिले का नाम यथावत कोनासीमा रहने देने की मांग की।
समिति ने मंगलवार को जिलाधिकारी हिमांशु शुक्ला को जिले का नाम बदलने के खिलाफ ज्ञापन देने का प्रयास करते हुए प्रदर्शन का आयोजन किया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की जिससे प्रदर्शनकारी उग्र हो गए और अंतत: शांत रहने वाले अमलापुरम में आगजनी की घटना हुई।