यूपी और दिल्ली में 'अभद्र भाषा' पर भारी कार्रवाई। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कथित भड़काऊ टिप्पणी को लेकर AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी और डासना देवी मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। सोशल मीडिया पर झूठ और गलत सूचना पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई की गई।
आप कितने भी बड़े नेता हों, कितने भी ताकतवर व्यक्ति हो, सोशल मीडिया पर आपके भले ही कितने भी ज्यादा फॉलोअर हों, लेकिन एक बार जब देश ने, देश के प्रधानमंत्री ने ये तय कर लिया है कि नफरत वाला बयान नहीं चलेगा, तो इसका मतलब ही कि नहीं चलेगा । इसलिए अब ऐसे लोगों पर एक्शन शुरू हो गया है जो देश में नफरत की दुकान चला रहे हैं । एक्शन पर बीच हंटिंग जैसे फूहड़ मुहावरों का इस्तेमाल कर विक्टिम बताते हैं ।
पहली FIR में बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा का नाम है, जबकि दूसरे FIR में बीजेपी के एक और पूर्व प्रवक्ता नवीन जिंदल, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, यति नरसिंहानंद का नाम शामिल है। इसके अलावा शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम पर नफरत फैलाने का आरोप है । आज जैसे ही दिल्ली पुलिस ने नफरत फैलाने वालों पर एक्शन लेना शुरू किया, असदुद्दीन ओवैसी ने विक्टिम कार्ड खेल दिया ।
एक के बाद एक 10 ट्वीट किए, जिसमें दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा-
ऐसा लगता है कि दिल्ली पुलिस में यती नरसिंहानंद, नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के कार्रवाई करने का साहस नहीं है, इसलिए वो देर कर रही है ।
इसके बाद उन्होंने अपने चौथे ट्वीट में लिखा-
दिल्ली पुलिस दोनों पक्षों में संतुलन करने वालों सिंड्रोम से पीड़ित है। एक पक्ष ने खुले तौर पर हमारे पैगंबर का अपमान किया है, जबकि दूसरे पक्ष का नाम भाजपा समर्थकों को समझाने और ऐसा दिखाने के लिए दिया गया है ।
और फिर दसवें ट्वीट में ओवैसी ने पीएम मोदी को टारगेट किया और लिखा-
अगर मोदी ईमानदार होते तो वे नकली बैलेंस-वाद में शामिल हुए बिना अभद्र भाषा पर कार्रवाई करते । और नफरत फैलाने वालों को गैर-जमानती धाराओं में कठोर कानूनों के तहत जेल में डालते ।
जिन लोगों ने विवादित बयान दिया, बीजेपी ने उन पर एक्शन लिया । सरकार उन पर कानूनी कार्रवाई की बात कही । दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर, कार्रवाई शुरू कर दी । लेकिन हर बात सेक्युलरिज्म और सद्भाव की बात करने वाले विपक्ष के नेता अपनी पार्टी के उन नेताओं पर एक्शन कब लेंगे जो लोगों की भवनाएं भड़काने में आगे रहते हैं ।
सवाल ममता बनर्जी से है, उनकी सांसद महुआ मोइत्रा ज्ञानवापी में शिवलिंग जैसी आकृति मिलने पर विवादित ट्वीट किया था, वो ट्वीट हम आपको दिखा भी नहीं सकते, लेकिन सवाल है कि उन पर ममता बनर्जी कार्रवाई कब करेंगी ?
सवाल अखिलेश यादव से भी है, उनके MLC लाल बिहारी यादव ने भी हिंदुओं की भावनाएं भड़काने वाला बात कही. लेकिन अखिलेश यादव ने अब तक उनको पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की है ?
अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने शाहरुख खान के बेटे का मुद्दा उठा दिया
भारत को विदेशों में बदनाम करने की कोशिश हो रही है तो हर आदमी अपना स्कोर करने में लग गया है । इतने दिनों से खामोश अभिनेता नसीरूद्दीन शाह ने शाहरुख खान के बेटे का मुद्दा उठा दिया । और कहा कि ''शाहरुख खान के साथ जो हुआ और जिस तरीके से उन्होंने इसका सामना किया वह काबिले तारीफ था। यह एक शिकार के अलावा और कुछ नहीं था'' नसीरूद्दीन शाह कह रहे हैं कि शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सिर्फ शिकार थे । उन्हें टारगेट किया गया था । अगर उन्हें टारगेट किया गया था तो फिर छोड़ क्यों दिया गया । कानून अपना काम कर रहा है.. उन्हें करने देना चाहिए ।
राष्ट्रवाद में अब आज का सवाल-
सवाल नंबर- 1
हेट स्पीच की दुकान पर 'हंटर' चला, विक्टिम कार्ड किसने खेला ?
सवाल नंबर- 2
ओवैसी,मुफ्ती नदीम पर भी कड़ा एक्शन, 32 लोगों में और कौन-कौन ?
सवाल नंबर- 3
हिंदू-मुसलमान में मत उलझो भाईजान, हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा इम्तिहान ?
सवाल नंबर- 4
ओवैसी पर FIR हो गई, अगली बारी किस किसकी?