- राहुल गांधी ने लोकसभा में नए कृषि कानूनों पर सरकार को घेरा
- कांग्रेस नेता ने कहा कि ये कानून किसानों की कमर तोड़ देंगे
- राहुल के 'हम दो हमारे दो' बयान पर अनुराग ठाकुर का पलटवार
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'हम दो हमारे दो' बयान का केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जवाब दिया है। ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल का आशय ‘दीदी, जीजाजी और उनके परिवार’ से रहा होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक पार्टी ने देश पर पांच पीढ़ी तक राज किया लेकिन उसने किसानों के लिए बहुत काम किया। उन्होंने कहा, 'गरीबी खत्म हो गए लेकिन गरीबी नहीं। एक पार्टी ने अपने राजनीतिक हितों के लिए किसानों को गुमराह कर रही है लेकिन इससे कोई लाभ नहीं होने वाला।' ठाकुर ने कांग्रेस ने पूछा कि यूपीए कार्यकाल के दौरान उसने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू क्यों नहीं किया।
'किसानों की कमर तोड़ देंगे नए कृषि कानून'
गुरुवार को लोकसभा में राहुल ने आरोप लगाया कि तीन नए कृषि कानून 'किसानों की कमर तोड़ देंगे।' कांग्रेस नेता ने कहा कि ये नए कानून देश की खाद्य सुरक्षा व्यवस्था को नुकसान पहुंचाते हुए मंडियों को खत्म कर देंगे। उन्होंने कहा, 'इन तीन कानूनों को लाने का मकसद उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना है ताकि वे असीमित मात्रा में अनाज की खरीदारी कर सकें। इससे जमाखोरी बढ़ेगी।' कांग्रेस नेता ने आगे परिवार नियोजन के नारे 'हम दो हमारे दो' का जिक्र करते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश को केवल चार लोग चला रहे हैं।
अनुराग ठाकुर के निशाने पर आए राहुल
उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कहां यह लिखा है कि अमेठी से चुनाव लड़ने वाले राहुल गांधी चुनाव हारने के बाद वायनाड से चुनाव नहीं लड़ सकते। वह कहीं से भी चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन अमेठी का किसान वायनाड में अपनी फसल को क्यों नहीं बेच सकता?’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस और कुछ अन्य दलों के लोग झूठ बोलकर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। बजट पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इन कानूनों के बाद देश का कृषि क्षेत्र दो-चार उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा।
स्मृति ईरानी ने भी बोला हमला
राहुल के इस बयान पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने भी हमला किया। ईरानी ने कहा कि यह बजट देश को आत्मनिर्भर बनाने और जोड़ने वाला है जिसे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सदन में ‘पीठ दिखाकर’ चले गए। राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति झूठ की नींव पर कितनी बड़ी इमारत बना सकता है और सदन की गरिमा का बिल्कुल ख्याल नहीं रखते हुए संसद से पारित कानून को किस तरह काला कहता है, यह आज देखने को मिला। स्मृति ईरानी ने निचले सदन में कहा कि कुछ लोग हतप्रभ हैं कि बजट पर चर्चा है, तो कोई क्यों चर्चा करे। लेकिन जिस व्यक्ति ने अपने पूर्व संसदीय क्षेत्र अमेठी की सुध नहीं ली, वह बजट पर क्या चर्चा करेंगे।