- गैंगरेप पीड़िता की परिजनों से मिलने के लिए हाथरस जा रहे थे राहुल और प्रियंका
- यमुना एक्सप्रेस वे पर गुरुवार को यूपी पुलिस ने उन्हें रोका, इस दौरान हुई धक्का-मुक्की
- कांग्रेस ने यूपी पुलिस पर लगाया बदसलूकी का आरोप, पुलिस बोली-राहुल का संतुलन बिगड़ा
नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि वह दुनिया में किसी से नहीं डरेंगे। गांधी जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं किसी के अन्याय के समक्ष झुकूं नहीं, मैं असत्य को सत्य से जीतूं और असत्य का विरोध करते हुए मैं सभी कष्टों को सह सकूं। गांधी जयंती की शुभकामनाएं।' राहुल का यह ट्वीट हाथरस गैंगरेप की घटना के संदर्भ में है। गुरुवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से मिलने के लिए हाथरस के लिए निकले लेकिन ग्रेटर नोएडा के पास उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके काफिले को रोक लिया।
कांग्रेस ने लगाया बदसलूकी का आरोप
इसके बाद राहुल एवं प्रियंका पैदल ही यमुना एक्सप्रेस वे पर हाथरस की तरफ चलने लगे। बीच रास्ते में यूपी पुलिस ने धारा 144 के उल्लंघन में उन्हें रोकने की कोशिश की। एक मौका ऐसा भी आया जब पुलिसकर्मयों और राहुल के बीच आगे बढ़ने को लेकर नोकझोंक हुई। इस दौरान राहुल के साथ 'धक्का मुक्की' हुई और वह जमीन पर गिर गए। कांग्रेस ने यूपी पुलिस पर धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया जबकि यूपी पुलिस ने कहा कि संतुलन बिगड़ जाने की वजह से कांग्रेस नेता जमीन पर गिरे।
हाथरस की घटना के बाद सियासत में उबाल
हाथरस में 19 साल की लड़की के साथ हुई गैंगरेप की घटना के बाद सियासत में उबाल आ गया है। कांग्रेस, सपा, बसपा सहित विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था को लेकर यूपी की योगी सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की हैं। मायावती ने कहा कि राज्य में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। हाथरस में गत 14 सितंबर को चार युवकों ने एक दलित लड़की के साथ गैंगरेप किया। इस दौरान लड़की को काफी चोटें पहुंचीं। लड़की की गर्दन की हड्डी टूट गई।
गत 14 सितंबर को लड़की के साथ हुआ गैंगरेप
इस घटना के बाद लड़की को पहले अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जब उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ तो प्रशासन ने उसे गत सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया। मंगलवार तड़की पीड़िता की मौत हो गई। इसके बाद यूपी पुलिस लड़की का शव लेकर मंगरलवार रात हाथरस पहुंची और रात में ही उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस का कहना है कि अंतिम संस्कार की अनुमति परिवार ने दी थी जबिक लड़की के पिता ने दावा किया कि दबाव डालकर उनकी सहमति ली गई।