- राजस्थान में सियासी उठापठक के लिए राहुल गांधी ने बीजेपी को बताया जिम्मेदार
- बीजेपी धनबल के जरिए कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है।
- राजस्थान हाईकोर्ट से सचिन पायलट खेमे को मिल चुकी है राहत
नई दिल्ली। राजस्थान के सियासी संग्राम में अब राहुल गांधी भी कूद चुके हैं। एक तरफ कांग्रेस अब विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल से आग्रह कर रही है। राज्यपाल ने कहा कि विमर्श के बाद फैसला लेंगे। इसके साथ ही नसीहत देते हुए कहा कि दबाव की राजनीति नहीं स्वीकार की जा सकती है तो राहुल गांधी ने सीधे सीधे बीजेपी पर सरकार गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने बीजेपी पर लगाया आरोप
देश में संविधान और क़ानून का शासन है।सरकारें जनता के बहुमत से बनती व चलती हैं।राजस्थान सरकार गिराने का भाजपाई षड्यंत्र साफ़ है। ये राजस्थान के आठ करोड़ लोगों का अपमान है।राज्यपाल महोदय को विधान सभा सत्र बुलाना चाहिए ताकि सच्चाई देश के सामने आए। उन्होंने कहा कि राज्य में विधायकों का समर्थन अशोक गहलोत के साथ है लेकिन जानबूझकर सरकार को अस्थिर किया जा रहा है।
राजभवन सचिवालय का बयान
23 जुलाई की रात को, राज्य सरकार ने बहुत ही कम सूचना पर विधानसभा का सत्र बुलाने के लिए एक पत्र प्रस्तुत किया। कागज का विश्लेषण किया गया था और कानूनी विशेषज्ञों से इस पर सलाह ली गई थी । लघु सूचना पर सत्र आयोजित करने का कोई औचित्य नहीं है और न ही इसके लिए कोई एजेंडा प्रस्तावित किया गया है। सामान्य प्रक्रियाओं के अनुसार सत्र के लिए 21 दिन के नोटिस की आवश्यकता होती है।
राजस्थान हाईकोर्ट में हुई थी जिरह
राजस्थान विधानसभा के 19 असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों, जिनमें सचिन पायलट भी शामिल हैं, द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस पर यथास्थिति बनाए रखने के राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश पर सवाल उठाने के बाद यह बात सामने आई। स्पीकर के पक्ष में बोलते हुए कपिल सिब्बल ने बागी विधायकों से अपील करते हुए कहा कि यह वही पार्टी है जहाँ से आप चुने गए थे… आप इस पार्टी का मज़ाक क्यों बना रहे हैं? मुझे उम्मीद है आपका इरादा नहीं है। इससे पहले सीएम ने कहा कि राज्यपाल महोदय राज्य विधानसभा सत्र को "ऊपर से दबाव" के कारण नहीं बुला रहे हैं,