- मैं कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र का पक्षधर रहा हूं: राहुल गांधी
- मैं पहला व्यक्ति हूं, जिसने पार्टी में लोकतांत्रिक चुनावों को महत्वपूर्ण माना: राहुल
- आरएसएस-भाजपा के पास बेतहाशा आर्थिक ताकत है: कांग्रेस नेता
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में प्रोफेसर कौशिक बसु के साथ बातचीत में बताया कि 1975 में उनकी दादी और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल और आज के समय में क्या अंतर है। उन्होंने कहा कि हमें संसद में बोलने की अनुमति नहीं है; न्यायपालिका से उम्मीद नहीं है; आरएसएस-भाजपा के पास बेतहाशा आर्थिक ताकत है; व्यवसायों को विपक्ष के पक्ष में खड़े होने की इजाजत नहीं है। लोकतांत्रिक अवधारणा पर ये सोचा-समझा हमला है।
आपातकाल को गलत बताते हुए ऐसे किया बचाव
उन्होंने कहा, 'आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं इसलिए प्रभावी हैं, क्योंकि उनके पास स्वतंत्र संस्थाएं हैं। लेकिन, भारत में उस स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है।' राहुल ने कहा कि आपातकाल (जो कि गलत था) में जो हुआ और अब जो हो रहा है उसके बीच एक बुनियादी अंतर है। कांग्रेस पार्टी ने किसी भी समय भारत के संवैधानिक ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया। हमारा डिजाइन हमें इसकी अनुमति नहीं देता है। अगर हम इसे करना भी चाहते हैं, तो भी हम नहीं कर सकते। RSS मौलिक रूप से कुछ अलग कर रहा है। वे अपने लोगों से संस्थानों को भर रहे हैं। अगर हम चुनाव में बीजेपी को हराते हैं, तो भी हम संस्थागत ढांचे में उनके लोगों से छुटकारा पाने वाले नहीं हैं।'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र पर भी अपना पक्ष रखा और कहा, 'मैं एक दशक से कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र का पक्षधर रहा हूं। मैंने युवा और छात्र संगठन में चुनाव को बढ़ावा दिया है। मैं पहला व्यक्ति हूं, जिसने पार्टी में लोकतांत्रिक चुनावों को महत्वपूर्ण माना है। मुझ पर मेरी ही पार्टी के लोगों ने हमला किया था।'
बाकी दलों से सवाल क्यों नहीं: राहुल
राहुल ने कहा कि मैं पहला व्यक्ति हूं जो कहता है कि पार्टी के भीतर लोकतांत्रिक चुनाव बिल्कुल महत्वपूर्ण है लेकिन मेरे लिए यह दिलचस्प है कि यह सवाल किसी अन्य राजनीतिक दल से नहीं पूछा जाता है। किसी ने नहीं पूछा कि भाजपा, बसपा और समाजवादी पार्टी में कोई आंतरिक लोकतंत्र क्यों नहीं है। लेकिन वे कांग्रेस से पूछते हैं क्योंकि एक कारण है। हम एक वैचारिक पार्टी हैं और हमारी विचारधारा संविधान की विचारधारा है, इसलिए हमारे लिए लोकतांत्रिक होना अधिक महत्वपूर्ण है। हमारे लिए कांग्रेस का मतलब आजादी के लिए लड़ने वाली संस्था; जिसने भारत को संविधान दिया है। हमारे लिए लोकतंत्र और लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं बरकरार रखना महत्वपूर्ण है।