- कोविड-19 संकट पर सरकार को लगातार घेरते आए हैं राहुल गांधी
- राहुल ने कहा है कि वह पहले भी कोविड के आंकड़ों पर चेता चुके हैं
- कांग्रेस नेता राहुल ने लॉकडाउन को 'नाकाम' कदम बताया है
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 20 लाख के पार पहुंचने पर मोदी सरकार पर तंज कसा है। राहुल ने शुक्रवार को अपने एक ट्वीट में कहा, '20 लाख का आंकड़ा पार, गायब है मोदी सरकार'। वायनाड से सांसद ने देश में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अपना एक पुराना ट्वीट भी साझा किया। राहुल का यह ट्वीट 17 जुलाई का है जिसमें कहा गया है कि इसी तेजी से कोविड-19 का संक्रमण यदि फैलता गया तो 10 अगस्त तक देश में 20 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी से संक्रमित हो जाएंगे। राहुल का कहना है कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार को ठोस एवं नियोजित कदम उठाना चाहिए।
कोविड-19 पर पहले भी सरकार को घेर चुके हैं राहुल
राहुल ने जुलाई महीने में अपने एक ट्वीट में कहा, 'मैं उन्हें कोविड-19 और अर्थव्यवस्था पर आगाह करता रहा हूं लेकिन उन्होंने मेरे सुझावों को खारिज कर दिया। दोनों क्षेत्र भयानक साबित हुए। मैं चीन को लेकर भी आगाह करता रहा।' राहुल गांधी कोविड-19 संकट से निपटने के सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाते आए हैं। राहुल ने शुरू से ही ज्यादा से ज्यादा कोविड-19 की टेस्टिंग करने की मांग की। उन्होंने लॉकडाउन को एक 'नाकाम' कदम बताया। राहुल का कहना है कि कोरोना से लड़ने में लॉकडाउन एक पड़ाव हो सकता है लेकिन इससे समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल सकता है।
मजदूरों के खाते में सीधे पैसा भेजने की मांग की
कोविड-19 से दुनिया की अर्थव्यवस्था हिल गई है। कोई भी देश इस महामारी के प्रकोप से बचा नहीं है। भारत में भी लॉकडाउन की वजह से लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर शहरों को छोड़कर अपने गृर राज्य के लिए रवाना हुए। इन प्रवासी मजदूरों के लिए सरकार ने मुफ्त में राशन दिए जाने की व्यवस्था की है लेकिन राहुल गांधी ने इस योजना को नाकाफी बताया। कांग्रेस सांसद ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को अभी नकदी की जरूरत है। इसके लिए सरकार को उनके खातों में सीधा पैसा भेजना चाहिए। राहुल ने 'न्याय' योजना की तरह कोई अन्य स्कीम शुरू करने की भी मांग सरकार से की।
इसके अलावा राहुल ने कोविड-19 के प्रभाव एवं उसके टीके के बारे में जानने के लिए दुनिया के प्रख्यात अर्थशास्त्रियों एवं स्वास्त्य विशेषज्ञों से बात की। राहुल ने सरकार की ओर से जारी 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज पर भी सवाल उठाए।