- राजेंद्र की शहादत को सलाम, राजेंद्र की शहादत पर गौरवान्वित हुआ गांव
- गांव वाले बोले- पहले राजेंद्र अपनी मां का बेटा था आज पूरे देश का बेटा है
- शहीद का भाई बोला- जवानों को सरकार उपलब्ध कराएं सुरक्षा, हर समय हो बुलेट प्रूफ जैकेट
दौसा: मणिपुर में हुए उग्रवादी हमले में दौसा का लाल आरपी मीणा भी शहीद हो गया। उग्रवादियों के इस हमले में दौसा के लाल आरपी मीणा सहित कुल पांच जवान शहीद हुए हैं। दौसा जिले के बसवा थाना क्षेत्र के दिलावरपुरा गांव के रहने वाले आरपी मीणा 46 असम राइफल्स मणिपुर में तैनात थे वे भी इस उग्रवादी हमले में शहीद हो गये। जैसे ही जवान आरपी मीणा के शहीद होने की खबर उनके गांव में पहुंची तो समूचे गांव में शोक की लहर छा गई वहीं जवान आरपी मीणा के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया।
मीणा के परिजनों ने की ये मांग
इधर क्षेत्र के रहने वाले आर पी मीणा के शहीद होने से जहां क्षेत्रवासियों में एक तरफ तो गर्व है वहीं दूसरी ओर दुख भी है। शहीद राजेंद्र मीणा के परिजन मणिपुर में हुए हमले के हमलावरों को जल्द पकड़ उनके खिलाफ सख्त कारवाई चाहते हैं। साथ ही ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोरतम कदम उठाने की मांग की जा रही है। वही पूरा देश राजेंद्र की शहादत पर गर्व कर रहा है ऐसे में सरकार भी उनके सम्मान में उचित कदम उठाए।
बखूबी से करते थे कर्तव्यों का निर्वहन
शहीद राजेंद्र अपने पिता से प्रतिदिन दिन में दो बार बात किया करते थे वही दिवाली पर उन्होंने कहा था कि उनका ट्रेनिंग के लिए दिल्ली तबादला हो सकता है तब वे आएंगे। शहीद के भाई विजेंद्र मीणा का भी कहना है कि उनके भाई राजेंद्र ने पूरे परिवार को संभाला और सभी भाई बहनों की शादियां की साथ ही छोटे भाई को पढ़ाया और उसकी शादी भी की। शहीद राजेन्द्र मीणा घर की जिम्मेदारियों को बखूबी निर्वहन करते थे। शहीद राजेंद्र के पिता का कहना है कि जिन्होंने भी यह आतंकवादी हमला किया है उन आतंकवादियों को सरकार पता लगाकर सख्त कार्रवाई करें साथ ही उनका यह भी कहना है कि सरकार शहीद के लिए कुछ ऐसा करें की पूरी दुनिया मैं उसका नाम हो।